देहरादून। देहरादून का सांस्कृतिक आयोजन बन चुके वसंतोत्सव का बुधवार को समापन हुआ। इस दो दिवसीय आयोजन में बड़ी संख्या में लोगों ने फूलों की प्राकृतिक संदरता का आनंद लिया। उद्यान विभाग द्वारा आयोजित वसन्तोत्सव में इस वर्ष की रनिंग ट्राफी आईआईटी रूड़की उत्तराखण्ड को मिली। इस अवसर पर राज्यपाल ने उद्यान विभाग की कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया। राज्यपाल लेफ्टिनेट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने सायं पुष्प प्रतियोगिताओं, रंगोली तथा बच्चों की चित्र प्रतियोगिता, फोटो प्रतियोगिता आदि श्रेणियों के विजेताओं को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया।(विस्तृत सूची संलग्न है।) वसन्तोत्सव समापन के अवसर पर विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित करने के बाद मीडिया से बात करते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि उत्तराखण्ड को प्रकृति द्वारा वरदान स्वरूप फूलों की घाटी जैसी अमूल्य विश्व धरोहर प्रदान की है। राजभवन में वसन्तोत्सव का आयोजन से लगता है कि फूलों की घाटी देहरादून में प्रतिविम्बित हो गयी है। प्रकृति की यह अनुपम कृति जनमानस को उत्प्रेरित करती है कि इस देवभूमि को सजाते-संवारते हुए इसके महत्व एवं विविध उपयोग एवं मांग को देखते हुए पुष्प उत्पादन को आय का प्रमुख साधन बनाया जाय। यह प्रसन्नता का विषय है कि उद्यान विभाग एवं राज्य के किसानों के सम्मिलित प्रयासों ने पुष्प उत्पादन को व्यवसायिक स्वरूप प्रदान किया जा रहा है। पूरा विश्वास है कि राज्य में पुष्प उत्पादन हेतु विद्यमान अवसरों एवं उद्यान विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का पूर्ण लाभ प्राप्त करते हुये पुष्प उत्पादकों द्वारा इसे विकास की बुलन्दियों तक पहुंचाया जायेगा, जो उनकी आय में आपेक्षित वृद्धि में सहायक होगा। राज्यपाल ने कहा कि आशा है कि भविष्य में भी वसन्तोत्सव की निरन्तरता बनी रहेगी, जिससे किसानों को सीखने, समझने तथा उसे आत्मसात कर पुष्प उत्पादन को विकास की पराकाष्ठा तक पहुंचाने हेतु समुचित बल प्राप्त होगा तथा उत्तराखण्ड राज्य, देश ही नही अपितु विश्व में पुष्प प्रदेश के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल होगा। राज्यपाल ने सभी विजेताओं, प्रतिभागियों, विशेषतः बच्चों तथा प्रदर्शनी के मुख्य आयोजक उद्यान विभाग, संस्कृति विभाग सहित सभी सहयोगी विभागों को इस महोत्सव के आयोजन के लिए बधाई दी। पुरस्कार वितरण समारोह में राज्यपाल के सचिव डॉ रंजीत कुमार सिन्हा, सचिव श्री आर मीनाक्षीसुंदरम, निदेशक उद्यान डा एच एस बावेजा सहित अनेक गणमान्य अतिथि, जनप्रतिनिधि तथा भारी संख्या में प्रदर्शनी में आये दर्शक भी उपस्थित थे।