पीले राशन कार्ड धारकों को भी उपलब्ध कराये गेहूं : संयुक्त परिषद
पीले राशन कार्ड धारकों को मात्र 5 किलो चावल ही मिलता है, जबकि उनहें गेहूं भी मिलना चाहिए।
देहरादून, 11 जून। उत्तराखंड आंदोलनकारी संयुक्त परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभात डंडरियाल और जिला अध्यक्ष सुरेश कुमार ने प्रदेश सरकार से मांग की कि वह सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों में पीले राशन कार्ड धारकों को भी गेहूं उपलब्ध कराये। जो लोग गरीबी रेखा से कम आय वाले हैं उनके भी सफेद कार्ड बनवाने के आदेश जारी होने चाहिए। प्राय: देखा गया है की पीले राशन कार्ड धारकों को मात्र 5 किलो चावल ही मिलता है, जबकि उनहें गेहूं भी मिलना चाहिए।
इसके विपरीत सफेद कार्ड धारकों को मुफ्त गेहूं चावल मिल रहा है, जोकी एक सोचनीय और विचारणीय विषय है और विषय यह भी है कि गरीबों को कम से कम 20 किलो गेहूं महीने की व 10 किलो से 15 किलो चावल तो मिलना ही चाहिए और जिसका परिवार बड़ा है उस पर भी सोच कर राशन दिया जाना चाहिए। सुरेश कुमार व प्रभात डंडरियाल ने उम्मीद जताई कि धामी सरकार पीले कार्ड धारको की भावनाओं की कदर करते हुए प्रति कार्ड 20 किलो गेहूं उपलब्ध कराएगी।