राम हमारी आस्था के आधार : आचार्य प्रमोद कृष्णम
देश के मंदिर संसद में सत्संग हो तो क्या बुराई : आचार्य प्रमोद कृष्णम
मुरादाबाद। राहुल गांधी की पार्टी में जो नेता उनके पिता, दादी और मां के साथ रहे, उनके साथ दुर्व्यवहार हो रहा है। उनके साथ अन्याय हो रहा है। पहले राहुल गांधी को अपने वरिष्ठ नेताओं के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ न्याय करना चाहिए। तब जाकर किसी को कुछ कहना चाहिए। ये बातें श्री कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहीं। वह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा वाराणसी में दिए गए बयान के आधार पर बोल रहे थे। श्री कल्कि धाम के शिलान्यास के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम का मुरादाबाद के मनोरंजन सदन में श्री परिवार संस्था की ओर सम्मान किया गया। उन्होंने राहुल गांधी की न्याय यात्रा पर कहा कि किसी की दुकान में कोई सौदा नहीं बचा है। कांग्रेस में रहते समय राम मंदिर न बनने पर उन्होंने कहा कि इस देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न होते तो न तो अयोध्या का मंदिर बनता और न ही श्री कल्कि धाम का शिलान्यास होता। उन्होंने चार-पांच साल में मंदिर बनने की उम्मीद व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सत्संग हर जगह हो, क्योंकि सत्संग का अर्थ सत्य का संग है। जिस देश में सत्य का संग होगा तो उस देश में कोई कमी नहीं होगी। संसद देश का मंदिर है। इसलिए मैं चाहता हूं कि देश के मंदिर संसद में सत्संग हो तो क्या बुराई है। उन्होंने पश्चिम बंगाल की संदेशखाली की घटना पर कहा कि पश्चिम बंगाल के अंदर ममता दीदी की सरकार है। वह बहुत ही मजबूत और सशक्त नेता हैं। लेकिन अफसोस की बात यह है कि वह राम के नाम से चिढ़ती हैं। अगर कोई जय श्रीराम और सनातन की बात करें बात करे तो चिढ़ती हैं। मैं उनसे निवेदन करना चाहता हूं कि राम भारत की आत्मा हैं। राम से चिढ़ना छोड़ें। एक बार अयोध्या आएं। सनातन की बात करें। माथा टेकें। श्री कल्कि धाम आएं। क्योंकि भारत सनानत का देश है और सनातन के बिना भारत की कल्पना नहीं की जा सकती। राम हमारी आस्था के आधार हैं। कमलनाथ और महेश तिवारी के रुख पर उन्होंने कहा कि कौन कहां जाएगा यह सब तय है। किसको क्या मिलेगा यह सब तय है थोड़ा इंतजार करो।