तीर्थनगरी में शुरू होने लगी विदेशी मेहमानों की चहलकदमी
लक्ष्मणझूला, स्वर्गाश्रम, मुनिकीरेती और तपोवन क्षेत्र विदेशी पर्यटकों पर ही निर्भर है।
तीर्थनगरी में इन दिनों विदेशी मेहमानों की चहलकदमी दिखनी शुरू हो गई है। विदेशी पर्यटकों की आवाजाही होने से स्थानीय व्यापारियों के चेहरे खिल गए हैं। व्यापारियों को उम्मीद है कि अब धीरे-धीरे विदेशी सैलानियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी, जिसका असर उनके कारोबार पर पड़ेगा।
लक्ष्मणझूला, स्वर्गाश्रम, मुनिकीरेती और तपोवन क्षेत्र विदेशी पर्यटकों पर ही निर्भर है। कोरोना संक्रमण के चलते इन क्षेत्रों से विदेशी मेहमान अपने देश लौट गए थे। करीब दो वर्ष तक अंतरराष्ट्रीय सेवाएं बंद होने से विदेशी पर्यटक तीर्थनगरी से लगभग गायब हो गए। कोविड में थोड़ी राहत मिलने के बाद अब क्षेत्र में विदेशी मेहमानों की आवाजाही दिखनी शुरू हो गई है। सूत्रों के मुताबिक इन दिनों व्यवसायिक और एक महीने के टूरिस्ट वीजा पर विदेशी सैलानी तीर्थनगरी आ रहे हैं। कोरोनाकाल के चलते विदेशी मेहमानों को मात्र एक महीने का टूरिस्ट वीजा मिल रहा है। इससे इनकी संख्या में कमी देखने को मिल रही है। कोरोनाकाल से पहले विदेशी मेहमानों को करीब छह महीने का टूरिस्ट वीजा मिलता था। वीजा समाप्त होने पर विदेशी मेहमान नेपाल में जाकर टूरिस्ट वीजा की समयावधि बढ़ा देते थे, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते अब ऐसा नहीं हो रहा है। स्थानीय व्यापारी नारायण सिंह रावत, नारायण सिंह राणा और सचिन राजपूत ने बताया कि कोविड में थोड़ी राहत मिलने पर उम्मीद है कि फिर से तीर्थनगरी विदेशी पर्यटकों से गुलजार होगी और करीब दो वर्षों से बंद पड़ा व्यापार पटरी पर लौटेगा।