सैन्य सम्मान मे वृद्धि से कांग्रेस विचलित: भट्ट
विशेषज्ञों के लंबे विमर्श के बाद इस योजना को अमल मे लाया गया है
देहरादून 18 जुलाई। भाजपा ने कहा कि अग्निवीर योजना पर लगातार भ्रामक वातावरण बनाने की फिराक मे लगी कांग्रेस की सच्चाई यह है कि लगातार 70 सालों से सेना को हाशिये पर रखकर उनकी जरूरत और रक्षा क्षेत्र की अनदेखी करती रही। लेकिन जिस तरह से रक्षा क्षेत्र मे देश और सैनिकों की ताकत मे इजाफ़ा करने की दिशा मे मोदी सरकार लगातार कार्य कर रही है उससे कांग्रेस विचलित है और उसे कुछ नही सूझ रहा है। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि अग्निवीर योजना की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इस योजना से युवाओं को रोजगार के चौगुने अवसर हासिल होंगे। इससे सैन्य क्षमता में वृद्धि के साथ ही अधिक सक्षम जवानों और जागरूक नागरिक देश को मिलेंगे। सेना की औसत आयु को कम कर यह योजना भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि करने वाली है। अग्निवीर योजना को लेकर भी बिना किसी तथ्यात्मक जानकारी, तकनीकी ज्ञान और व्यवहारिक अनुभव के कांग्रेस महज हौव्वा खड़ा करने की फिराक मे है। विशेषज्ञों के लंबे विमर्श के बाद इस योजना को अमल मे लाया गया है और अभी इसके नतीजे आने है। भट्ट ने कहा कि अग्निवीर जैसी योजनाएं यूरोप, अमेरिका, चीन आदि तमाम देशों में लागू है और किसी भी आधुनिक सैन्य मजबूती की अहम कड़ी है। निर्णायक सैन्य सुधार की जरूरत को कांग्रेस की सरकारों में भी महसूस किया गया था लेकिन उनमें नैतिक बल नहीं था। प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि कांग्रेस ने अपने शासन के 70 वर्षों में कभी वन रैंक वन पेंशन को लागू नही किया। भारतीय सेना आज साधन संपन्न और हथियारों से सुस्सजित होने के साथ निर्णय लेने मे भी सक्षम है। शरहदों पर रहने वाले सैनिकों को लेकर सरकार फ़िक्रमंद है। परिजनों को तमाम सुविधाएं देने की दिशा मे जमीनी स्तर पर कार्य होता है, जबकि पूर्व मे सैनिकों को वह सम्मान नही मिलता था जिसके वह हकदार थे। कांग्रेस ने एक नही कई मौकों पर सैनिकों का अपमान और मनोबल को तोड़ने का कार्य किया। आज यही वजह है कि सैनिकों और देश सहित पूरे विश्व मे भारत का सम्मान बढ़ा है। कांग्रेस इस उपलब्धि को पचा नही पा रही है और देश की छवि को खराब करने के लिए हथकंडे अपना रही है। जनता इसे स्वीकार नही करेगी। कांग्रेस को देश की रक्षा से जुड़े मामलों को राजनीति की परिधि से बाहर रखना चाहिए।