15 जुलाई को रखा जायेगा सावन की पहली मासिक शिवरात्रि का व्रत : डॉक्टर आचार्य सुशांत राज
निशिता काल मुहूर्त में की जाती है शिवरात्रि में शिव पूजा : डॉक्टर आचार्य सुशांत राज
देहरादून। डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने जानकारी देते हुये बताया की सावन की पहली मासिक शिवरात्रि का व्रत 15 जुलाई 2023 को रखा जायेगा। इस दिन सावन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 15 जुलाई को रात 08.32 मिनट से 16 जुलाई 2023 को रात 10.08 मिनट तक रहेगी। शिवरात्रि में शिव पूजा निशिता काल मुहूर्त में की जाती है। हर माह में मासिक शिवरात्रि आती है लेकिन इस साल सावन में दो मासिक शिवरात्रि का संयोग बन रहा है।
डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने बताया की पंचांग के अनुसार इस साल सावन का महीना बहुत ही खास होने वाला है। श्रावण माह में चारों ओर शिवभक्त महादेव की आराधना में डूबे होते हैं। इस माह में शिव पूजा के लिए सोमवार, प्रदोष व्रत और सावन शिवरात्रि का दिन बहुत खास माना जाता है। हर माह में मासिक शिवरात्रि आती है लेकिन इस साल सावन में दो मासिक शिवरात्रि का संयोग बन रहा है। माना जाता है कि इस दिन शिव जी का प्राकट्य हुआ था। कुछ मान्यताओं के अनुसार इस दिन शिव जी देवी पार्वती के साथ विवाह के बंधन में बंधे थे। इस साल सावन की पहली मासिक शिवरात्रि 15 जुलाई 2023 को है। वहीं सावन में दूसरी मासिक शिवरात्रि व्रत 14 अगस्त 2023 को है। इस बार सावन अधिकमास भी रहेगा। यही वजह है कि सावन में दो मासिक शिवरात्रि का संयोग बन रहा है।
सावन शिवरात्रि 2023 मुहूर्त :-
सावन की पहली मासिक शिवरात्रि का व्रत 15 जुलाई 2023 को है। इस दिन सावन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 15 जुलाई को रात 08.32 मिनट से 16 जुलाई 2023 को रात 10.08 मिनट तक रहेगी। शिवरात्रि में शिव पूजा निशिता काल मुहूर्त में की जाती है।
शिव पूजा का समय – प्रात: 12.07 – 12.48 (16 जुलाई 2023)
सावन में अधिकमास की मासिक शिवरात्रि का व्रत 14 अगस्त 2023 को है। इस दिन अधिकमास की चतुर्दशी तिथि 14 अगस्त को सुबह 12.25 मिनट से 15 अगस्त दोपहर 12.42 मिनट तक रहेगी।
शिव पूजा का समय – प्रात: 12.04 – प्रात: 12.48 (15 अगस्त 2023)
शिवरात्रि का दिन बेहद खास दिन होता है। लोग इसका पूरे साल भर इंतजार करते हैं। शिवरात्रि के दिन हर कोई मंदिर जाकर भोलेनाथ को जल चढ़ाता है और विधिवत उनकी पूजा-अर्चना करता है। शिव भक्तों के लिए ये दिन बेहद खास होता है। मंत्रोच्चारण और रुद्र अभिषेक का भी इस दिन महत्व होता है। लेकिन शिवरात्रि के दिन अगर आप भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए मंदिर नहीं जा पा रहे तो आप घर पर भी भोलेनाथ की विधिवत पूजा कर सकते है।
घर पर ऐसे करें शिवरात्रि की पूजा
शिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी स्नानादि कर निवृत्त हो जाएं।
घर के मंदिर में भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करें और व्रत का संकल्प लें।
पूजा करते समय याद रखें कि आपका मुख पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए।
ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें।
शिवरात्रि के दिन आप पूरे दिन का व्रत भी रख सकते है।
इस दिन व्रत निराहार ही रखें, पूरेदिन में आप केवल दूध, फल या जूस का सेवन कर सकते हैं।
शाम के समय वापस स्नानादि करने के बाद घर के मंदिर में भोलेनाथ और शिवलिंग की पूजा करें।
पूजा की शुरुआत गणेश जी से करें और उसके बाद शिव जी का पूजन शुरू करें।
याद रहें ये पूजा 4 पहर के समय ही करें।
भोलेनाथ को फल, फूल, चंदन, बिल्व पत्र, धतूरा, धूप व दीप से शिवजी की पूजा करनी चाहिए।
शिवलिंग पर दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से अलग-अलग तथा सबको एक साथ मिलाकर पंचामृत से शिवलिंग को स्नान कराकर जल से अभिषेक करना चाहिए।
आखिर में भोलेनाथ के इन आठ नामों भव, शर्व, रुद्र, पशुपति, उग्र, महान, भीम और ईशान को लेकर फूल अर्पित करें, साथ ही शिव जी की आरती और परिक्रमा करें।