राज्यपाल ने कीमतदाताओं से मताधिकार का प्रयोग करने की अपील
5 वर्षों के लिए एक बार फिर अपनी सरकार चुनने का सुनहरा अवसर मिल रहा है।
देहरादून, 13 फरवरी। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने राज्य में सोमवार 14 फरवरी को होने जा रहे विधानसभा चुनाव में राज्य के समस्त मतदाताओं से मताधिकार का प्रयोग करने की अपील की है। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि उत्तराखंडवासियों को आने वाले 5 वर्षों के लिए एक बार फिर अपनी सरकार चुनने का सुनहरा अवसर मिल रहा है। मेरी अपील है कि जाति, धर्म, धन, बल अथवा अन्य किसी दबाव में आए बिना राज्य हित में निजी स्वार्थ से ऊपर उठकर निर्भीक होकर संविधान से प्राप्त अपने मताधिकार का प्रयोग करें और लोकतंत्र को मजबूत बनाएं ।राज्यपाल ने विभिन्न राजनीतिक दलों के सभी उम्मीदवारों, कार्यकर्ताओं तथा प्रशासन से भी अपील की है कि वह निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित कराकर लोकतंत्र के इस महापर्व का सम्मान करें। राज्यपाल ने कहा हमें शत प्रतिशत मतदान के लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयास करना है। हमें देश के अन्य राज्यों तथा दुनियाभर के लोकतांत्रिक देशों के लिए एक मिसाल पेश करनी है । राज्यपाल ने कहा कि राज्य के निर्वाचन विभाग तथा इलेक्शन ड्यूटी में कार्य कर रहे सभी अधिकारी, कार्मिक तथा स्टाफ पूरी निष्ठा, समर्पण और श्रद्धा से अपनी जिम्मेदारियां पूरा कर रहे हैं द्य हम सब उनके आभारी हैं।
फरवरी के अंत तक देश के अधिकांश राज्यों में प्राथमिक स्कूलों को खोलने का फैसला
कई राज्यों में 14 फरवरी से शुरू हो रहीं सभी कक्षाओं की आफलाइन माध्यम से पढ़ाई
देहरादून/नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के कम होते प्रभाव के मद्देनजर फरवरी के अंत तक देश के अधिकांश राज्यों में प्राथमिक स्कूलों को खोलने का फैसला ले लिया गया है। कई राज्यों में सोमवार, 14 फरवरी से ही सभी कक्षाओं की पढ़ाई आफलाइन माध्यम से शुरू हो रहीं हैं। दिल्ली में 15 फरवरी से नर्सरी से 8वीं कक्षा तक के स्कूल भी खुल जाएंगे। पिछले सप्ताह यहां 9वीं से 12वीं कक्षा तक ही स्कूल खोले गए। इस बीच स्कूलों को संचालन सख्त गाइडलाइन के साथ किया जा रहा है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की अनुमति के बाद दिल्ली शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता की ओर से सर्कुलर जारी किया जा चुका है। इसमें स्कूलों के संचालन के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। इसके तहत स्कूल प्रबंधन को सुनिश्चित करना है कि हर हाल में कोविड प्रोटोकाल को लागू करें। 14 फरवरी, सोमवार से उत्तर प्रदेश में नर्सरी से लेकर कक्षा आठ तक के सभी सरकारी और निजी स्कूल खुल जाएंगे। अब विद्यार्थियों को भौतिक रूप से कक्षाओं में पढ़ने आना होगा। आनलाइन कक्षाएं नहीं चलेंगी। मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। बता दें कि पिछले सप्ताह कक्षा नौ से लेकर इंटरमीडिएट तक के माध्यमिक स्कूल, विश्वविद्यालय और डिग्री कालेजों को खोलने का फैसला लिया गया था। चंडीगढ़ में 14 फरवरी से सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल पूरी क्षमता के साथ खुल जाएंगे। वीरवार को कोविड वॉर रूम मीटिंग में प्रशासक बनवारी लाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है। इसके बाद डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन डॉ. पालिका अरोड़ा ने स्कूलों को खोलने के लिए नियम जारी किए हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य होगा। डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन द्वारा जारी निर्देश के अनुसार स्कूल आने वाले स्टूडेंट्स के पास अभिभावक की लिखित अनुमति होनी अनिवार्य है। स्कूल गेट पर एंट्री के समय स्टूडेंट्स की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। ओडिशा में 14 फरवरी से प्राइवेट प्री स्कूल खुल जाएंगे। प्ले, नर्सरी एवं केजी सभी बच्चों के लिए स्कूल खोल दिए जाएंगे। इस संदर्भ में राज्य स्कूल एवं जनशिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव विष्णुपद सेठी ने सभी जिला के शिक्षा अधिकारी, जिलाधीश को पत्र लिखकर निर्देश जारी किया है। प्रमुख सचिव ने पत्र में यह भी स्पष्ट किया है कि सभी स्कूलों में कोविड गाइडलाइन का अनुपालन किया जाएगा। शिक्षक एवं गैरशिक्षक स्टाफ को भी कोरोना टीका के दोनों डोज लेना अनिवार्य होगा।
उत्तराखंड के प्राथमिक शिक्षा निदेशालय के अनुसार बीते सोमवार, 7 फरवरी से शुरू हुई पहली से नौवीं तक की कक्षाओं में छात्रों की संख्या करीब 40 प्रतिशत रही। निजी स्कूलों में यह संख्या और भी कम रही। शासनादेश के अनुसार, किसी भी स्कूल में मिड-डे मील नहीं बनाया गया। छात्र-छात्राओं को विद्यालय के प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजर का प्रयोग व मास्क लगाने पर ही प्रवेश दिया गया।
कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में कमी के बीच अब बंगाल सरकार राज्य में जल्द प्राथमिक स्कूलों को भी खोलने की तैयारी कर रही है। हाल में ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि यदि कोविड की समस्या नहीं होगी, तो शुरूआत में प्राथमिक स्कूलों को 50 फीसद क्षमता के साथ खोल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बारे में अंतिम फैसला स्कूल प्रबंधन से बातचीत कर जाएगा। बता दें कि बंगाल में आठवीं से लेकर 12वीं तक के स्कूल इसी तीन फरवरी से खोले जा चुके हैं। इसके अलावा पांचवीं से लेकर सातवीं कक्षा तक पाड़ाय शिक्षालय (मोहल्ले में कक्षाएं) में बच्चों की पढ़ाई शुरू हुई है।