लालढांग चिल्लर खाल मोटर मार्ग का निरक्षण करने पहुंचे वन मंत्री
लालढांग चिल्लरखाल मोटर मार्ग सहित कण्वाश्रम रेस्क्यू सेंटर का संयुक्त निरक्षण
कोटद्वार। जिला पौड़ी के विधानसभा कोटद्वार में विधानसभा अध्यक्ष और वन मंत्री सुबोध उनियाल ने लालढांग चिल्लरखाल मोटर मार्ग सहित कण्वाश्रम रेस्क्यू सेंटर का संयुक्त निरक्षण कर अधिकारियों को जरूरी सुझाव एवम् दिशा निर्देश दिए। आज सुबह विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण और वन मंत्री सुबोध उनियाल देहरादून से होते हुए लालढांग चिल्लर खाल मोटर मार्ग का निरक्षण करने पहुंचे जहां उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों के साथ लालढांग चिल्लरखाल मोटर मार्ग के मरम्मत/पुनिर्मार्ण की अघ्तन स्थिति को लेकर चर्चा वार्ता की। कोटद्वार विधानसभा पहुंचने पर वन मंत्री सुबोध उनियाल और विधानसभा अध्यक्ष का कार्यकर्ताओं ने फूल मालाओं से जगह जगह स्वागत किया। इस विषय पर कण्वाश्रम स्थित जीएमवीएन गेस्ट हाउस विधानसभा अध्यक्ष और वन मंत्री की अध्यक्षता में वन विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में लालढांग चिल्लर खाल मोटर मार्ग को लेकर गहन चिंतन मंथन हुआ। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने वन विभाग द्वारा आ रही अर्चनो का रास्ता निकलने को कहा उन्होंने कहा की लालढांग चिल्लर खाल मोटर मार्ग का बनाना कोटद्वार वासियों के लिए बेहद जरूरी है उन्होंने कहा जनता वर्षो से उक्त मोटर मार्ग के निर्माण की मांग कर रही उसके डामरीकरण का इंतजार कर रही है। स्थानीय जनता को राजधानी देहरादून जाने के लिए उत्तरप्रदेश से होकर जाना पड़ता है। जनता को उक्त मोटर मार्ग की सहूलियत मिलनी चाहिए। बैठक में कण्वाश्रम रेस्क्यू सेंटर को लेकर भी लंबी चर्चा वार्ता हुई जिसमे विधानसभा अध्यक्ष ने कण्वाश्रम रेस्क्यू सेंटर को पूरा बनाने और उसको भव्य रूप देने को कहा। वन मंत्री सुबोध उनियाल ने विधानसभा अध्यक्ष ने वन मंत्री से कोटद्वार में जंगल सफारी को खोलने की बात कही उन्होंने कहा की जंगल सफारी खुलने से स्थानीय लोगो को रोजगार मिलेगा और उनकी आय में वृद्धि होगी। वन मंत्री सुबोध उनियालने लालढांग चिल्लर खाल मोटर मार्ग पर वन विभाग द्वारा लिए जा रहे टैक्स के जांच और प्रशिक्षण प्रशिक्षण करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। कैबिनेट मंत्री ने विधानसभा अध्यक्ष को सभी विषयों पर कार्रवाई करने और धरातल में कार्य के दिखने का आश्वासन दिया। बैठक में प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखंड अनूप मालिक, मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक समीर सिन्हा, मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल नरेश कुमार,निदेशक राजाजी साकेत बडोला, निदेशक कॉर्बेट धीरज पांडे , वन संरक्षक शिवालिक राजीव धीमान, डीएफओ लेंसिडाउन दिनकर तिवाड़ी,डीएफओ कालागढ़ आशुतोष सिंह,एसडीएम कोटद्वार प्रमोद कुमार, एडीएम इलागिरी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।