देहरादून। वरिष्ठ कॉंग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के आरोपों का सिलसिलेवार जबाब देते हुए भाजपा ने तंज़ किया है कि बंद कमरों में मुस्लिम यूनिवर्सिटी का वादा करने वाले हरीश रावत जी को अपनी जेब से असली टोपी निकाल ही देनी चाहिए क्यूंकि अल्पसंख्यक तुष्टीकरण के उनके असली गुरु और सेना विरोधी ब्रिगेड के महाराज, दिग्विजय सिंह आए हैं। दिग्विजय सिंह के कॉंग्रेस को असली राम सेवक बताने के दावों निशाना साधते हुए भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने कहा कि कॉंग्रेस ने दशकों तक राम मंदिर निर्माण का विरोध किया, इनकी समर्थित मुलायम सरकार ने रामभक्तों पर गोली चलवायी, संसद में इनकी सरकार ने प्रभु श्री राम के अस्तित्व को ही काल्पनिक बता डाला, कोर्ट में कोंग्रेसी के ही बड़े बड़े वकील नेताओं बाबरी मस्जिद की सुप्रीम कोर्ट तक में पैरवी की। अब जब जनता के आशीर्वाद और भाजपा के प्रयासों से राम मंदिर बनकर पूरा होने वाला है तो बड़ी बेशर्मी से बगुला भगत बनकर राम नाम की माला जप रहे हैं। उन्होने कहा कि वीर सैनिक भूमि उत्तराखंड के लोग कभी भी दिग्विजय सिंह को माफ नहीं कर सकते, यही वह दिग्विजय सिंह हैं जो सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगकर भारतीय सेना के शौर्य पर उंगली उठाते रहे हैं, बाटला हाउस एंकाउंटर में शहीद उत्तराखंड निवासी इंस्पेक्टर मोहन चंद्र जोशी के हत्यारे आतंकवादियों को भी निर्दोष बताते रहे, आतंकवादी ओसामा की मौत पर अफसोस जताते हुए सदन के अंदर ओसामा जी कहकर पुकारते थे, मुंबई हमलों पर पाकिस्तान को क्लीन चिट देते हुए हिंदुवादी संघटनों पर झूठा दोष मढ़ते रहे, कश्मीर को भारत का कब्जा किया कश्मीर बता कर पाक को खुश करते रहे, कश्मीर में धारा 370 वापिस लाने की मंशा जाहिर कर वहाँ शांति स्थापना के लिए हुई जवानों की शहादत का अपमान करते रहे। उन्होने देवभूमि की जनता को सावधान करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह भारतीय सेना के शौर्य, राष्ट्रवादी भावना और हिन्दू धर्म संस्कृति का अपमान करने में कॉंग्रेस पार्टी के ब्रांड एम्बेस्ड़र हैं। उन्होने दिग्विजय सिंह को चुनौती देते हुए कहा कि सबसे पहले तो उन्हे भाजपा सरकारों की तरह कॉंग्रेस शासित प्रदेशों में पेट्रोलियम पदार्थों से वेट कम वहाँ की जनता को राहत देनी चाहिए। उन्होने आरोप लगाया कि कॉंग्रेस की सरकारों में तो टैक्स का बड़ा हिस्सा उनके नेताओं की जेब में जाता था लेकिन मोदी सरकार में जनकल्याण के लिए खर्च होता है चाहे वह कोरोना महामारी से बचाव के लिए सफल वैक्सीनेशन अभियान चलाना हो या निर्बल आय वर्ग के लिए दो साल से निशुल्क खाधान की व्यवस्थता करना हो। उज्ज्वला योजना के तहत घर घर निशुल्क गैस क्नेक्सन और सिलेंडर बांटकर मोदी सरकार ने माताओं बहिनों के स्वास्थ्य की चिंता की वहीं कॉंग्रेस की सरकारों ने एक एक सिलेंडर के लिए लंबी लंबी लाइनों में लोगों को लगा देती है।