पंतनगर विश्वविद्यालय द्वारा संचालित किया जा रहा डिप्लोमा इन वेटनरी फार्मासिस्ट का कोर्स
पंतनगर विश्वविद्यालय में बीएससी के पश्चात् डिप्लोमा दिये जाने की कोई व्यवस्था नहीं
देहरादून 21 जनवरी। पशुपालन, दुग्ध विकास, मत्स्य पालन, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग प्रोटोकॉल, कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री उत्तराखण्ड सरकार सौरभ बहुगुणा की अध्यक्षता में पशुपालन विभाग, उत्तराखण्ड के अन्तर्गत पशुधन प्रसार अधिकारियों को पशुचिकित्सा एवं पशुपालन विज्ञान में पूर्व की भांति द्विवर्षीय प्रशिक्षण उपरान्त डिप्लोमा प्रमाण पत्र दिये जाने के सम्बन्ध में पंतनगर विश्वविद्यालय के अधिकारियों, पशुपालन विभाग के अधिकारियों एवं संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक आहूत की गयी। बैठक में मंत्री, पशुपालन, कुलपति, जीवी पंत विश्वविद्यालय, पंतनगर, सचिव पशुपालन, निदेशक, पशुपालन, डीन, जीवी पंत विश्वविद्यालय, पंतनगर, प्राध्यापक वेटनरी कॉलेज, पंतनगर, संयुक्त निदेशक, सामान्य प्रशासन, पशुपालन निदेशालय पशुधन प्रसार अधिकारी, संघ के अध्यक्ष / महासचिव उपस्थित थे। बैठक में चर्चा के दौरान पशुधन प्रसार अधिकारियों को पूर्व की भांति डिप्लोमा दिये जाने के सम्बन्ध में विभागीय अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया है पशुधन प्रसार अधिकारी के पद पर चयन के उपरान्त चयनित अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण दिये जाने की व्यवस्था है, इसलिए विभागीय स्तर से डिप्लोमा दिया जाना सम्भव नहीं है। पंतनगर विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया है कि विश्वविद्यालय में बीएससी के पश्चात् डिप्लोमा दिये जाने की कोई व्यवस्था नहीं है, वर्तमान में विश्वविद्यालय द्वारा डिप्लोमा इन वेटनरी फार्मासिस्ट का कोर्स संचालित किया जा रहा है, जिसके सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गयी। बैठक में संघ के पदाधिकारियों द्वारा उत्तराखण्ड राज्य में भी हिमांचल प्रदेश की तर्ज पर पैरावेट कॉसिल बनाये की मांग की गयी, इसके सम्बन्ध में सचिव, पशुपालन द्वारा अवगत कराया गया है कि हिमांचल प्रदेश के शासनादेशों / नियमों का अध्ययन करने के उपरान्त ही नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। अंत में मंत्री द्वारा बैठक का समापन करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया गया।