जिलाधिकारी ने 138 ग्राम पंचायतों में नामित किए अधिकारी
उत्तराखण्ड शासन द्वारा राज्य के समस्त जनपदो के चयनित ग्रामों में चैपालो का आयोजन किये जाने के निर्देश दिये गये हैं,
देहरादून। सुराज दिवस के उपलक्ष्य में 25 दिसम्बर 2022 जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने जनपद देहरादून के जनपद के समस्त विकासखण्डों में चयनित 138 ग्राम पंचायतों में ग्रामीण क्षेत्र की समस्याओं, अवस्थापना, आवास, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, पर्यावरण, स्वच्छता आदि विषयों तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं लोगों द्वारा उठाये गये विभिन्न मुद्दों/ समस्याओं/सुझाव सुनने एंव सकलित करने हेतु अधिकारी एवं कार्मिक तैनात किए है। चयनित ग्राम पंचायतो हेतु नामित अधिकारियों सहित स्वयं जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी सहित उच्च स्तरीय अधिकारी भी चैपाल में प्रतिभाग करेंगे। जबकि प्रभारी सचिव देहरादून किन्ही एक ग्राम पंचायत में प्रतिभाग कर ग्रामवासियों से समस्या एवं सुझाव प्राप्त करेंगे। जिलाधिकारी ने जनपद स्तरीय अधिकारियों को एक-एक ग्राम पंचायत आवंटित करते हुए 25 दिसम्बर 2022 को सुराज दिवस के अवसर पर आयोजित चैपाल में प्रतिभाग करने के निर्देश है। साथ ही नामित अधिकारियों/कार्मिकों को चैपाल में प्रतिभाग करते हुए ग्रामीण क्षेत्र की समस्याओं, अवस्थापना, आवास, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, पर्यावरण, स्वच्छता आदि विषयों तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं लोगों द्वारा उठाये गये विभिन्न मुद्दों / समस्याओं/सुझाव के सम्बन्ध में संकलित रिपोर्ट तैयार करते हुए जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए है। जिलाधिकारी द्वारा विकासखण्ड विकासनगर के ग्राम पंचायत केदारवाला, मुख्य विकास अधिकारी द्वारा विकासखण्ड डोईवाला की ग्राम पंचायत दुधली, मुख्य नगर आयुक्त द्वारा विकासखण्ड सहसपुर के ग्राम पंचायत हरियावाला, अपर जिलाधिकारी प्रशासन द्वारा विकासखण्ड रायपुर के बड़ाासीग्रान्ट, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व द्वारा विकासखण्ड सहसपुर के ग्राम पंचायत अम्बीवाला में प्रतिभाग किया जाएगा। इसी प्रकार उप जिलाधिकारियों सहित नामित समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों/कार्मिकों को चैपाल में प्रतिभाग करने के निर्देश दिए गए हैै। ज्ञातब्य है कि उत्तराखण्ड शासन द्वारा राज्य के समस्त जनपदो के चयनित ग्रामों में चैपालो का आयोजन किये जाने के निर्देश दिये गये हैं, जिसमें जनपद के जिलाधिकारी सहित शासन द्वारा जनपदों हेतु नामित किए गए प्रभारी सचिव अपने जनपद से सम्बन्धित किसी एक ग्राम में ग्रामीण क्षेत्र की समस्याओं में अवस्थापना, आवास, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, पर्यावरण, स्वच्छता आदि विभिन्न विषयों पर ग्रामवासियों की समस्या एवं सुझाव प्राप्त करेंगे।