कोरोना के नाम पर एक बार फिर लूटमार : राजीव महर्षि
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को मिल रहे अपार जनसमर्थन से घबराई भाजपा : राजीव महर्षि
देहरादून 23 दिसम्बर। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस के निवर्तमान मीडिया प्रभारी एवं वरिष्ठ मीडिया पैनलिस्ट राजीव महर्षि ने कोविड एडवाइजरी पर कहा कि राहुली गांधी जी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा से घबराई केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा चीन की कोरोना की खबर पर जबरन कोरोना एडवाइजरी जारी कर एक बार फिर से जनता में अफरा-तफरी और जनता के धन की लूट तथा गरीब व नौजवानों को बेरोजगार करने का षड़यंत्र किया जा रहा है।
राजीव महर्षि ने कहा कि यह तीसरा मौका है जब भाजपा सरकार ने राज्यों के चुनाव समाप्त होते ही कोरोना का रोना रोना शुरू किया है। इस बार कोरोना के नाम पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी जी की कन्या कुमारी से कश्मीर तक चल रही भारत जोड़ो यात्रा को निशाना बनाकर यात्रा को जबरन रोकने का षड़यंत्र रचा जा रहा है। राहुल गांधी जी की भारत जोड़ो यात्रा को मिल रहे देशभर में जनता के अपार समर्थन से घबराई मोदी सरकार द्वारा आनन-फानन में एडवाइजरी जारी कर जनता को गुमराह करने के लिए चीन के फर्जी वीडियो दिखा कर देश की जनता को डराया जा रहा है तथा एक सोची-समझी साजिश के तहत कंाग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में व्यवधान उत्पन्न किया जा रहा है। राजीव महर्षि ने कहा कि कोरोना की चाथी लहर के नाम पर कोई कदम उठाने से पहले केन्द्र भाजपा सरकार को जनता के सवालों का जवाब देना चाहिए किकोरोना की पहली लहर में पीएम केयर फंड के नाम पर देश के अमीर घरानों, सरकारी सेवा के कर्मचारियों, विदेशों से मिली सहायता का भाजपा सरकार ने क्या उपयोग किया?
कोविड टीके पर अपनी पीठ थपथपाने वाली भाजपा सरकार को देश की जनता को जवाब देना चाहिए कि देश की जनता की गाडी कमाई से 20 हजार करोड़ रूपये के आर्डर से बनाई गये इंजेक्शन जिसकी पहली डोज लगभग 100 प्रतिशत लोगों को लगाई गई, दूसरी डोज लगभग 80 प्रतिशत लोगों को तथा बूस्टर डोज के नाम पर लगाये गये कोविड टीके की तीसरी डोज के क्या परिणाम निकले?
मोदी सरकार द्वारा कोविड काल में की गई लाखों करोड़ रूपये के पैकेज की घोषणा का क्या उपयोग हुआ। सरकार की नाकामी की वजह से मौत के मुंह में समाये लाखों लोगों जिनमें कई बच्चे अनाथ हुए उनके लिए सरकार ने क्या किया? राजीव महर्षि ने कहा कि भाजपा की केंद्र व राज्य सरकारें महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, देश व प्रदेश में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार पर अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए बार-बार कोविड का सहारा ले रही हैं। जबकि सच्चाई यह है कि मोदी सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल के पांच सालों तथा इस कार्यकाल के तीन सालों मे जनहित का एक भी काम नहीं किया। कभी जनता को धर्म के नाम पर बरगलाया कभी कोविड के नाम पर मंहगाई का बोझ डालकर अपनी नाकामयाबी छुपाने का षड़यंत्र किया।