देहरादून 02 दिसम्बर। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने विधौली स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ़ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज़ में आयोजित 20वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। दीक्षांत समारोह में विभिन्न विषयों के 11 टॉपर्स छात्रों को गोल्ड मेडल, 65 छात्रों को सिल्वर मेडल व 14 छात्रों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। दीक्षांत समारोह में यूपीईएस के विभिन्न कोर्सेज़ के कुल 599 छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई। इस दौरान लेफ्टिनेंट जनरल तेजेंद्र सिंह शेरगिल (से नि) व दीपक सेठ को डॉक्टरेड की मानद उपाधि से अलंकृत किया गया। यूपीईएस के 20वें दीक्षांत समारोह के दौरान राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों में जो उत्साह नज़र आ रहा है उसमंे यह बात तय है कि सभी विद्यार्थियों का भविष्य उज्ज्वल है। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय उच्च गुणवत्ता के जिन तकनीक और मापदंडों के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, ड्रोन तकनीक, वर्चुअल सिस्टम से भी आगे बढ़कर 3एम मेटा वर्ड की सोच के साथ आगे बढ़ रहा है। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय के रिसर्च के मापदंड भी उच्च स्तरीय हैं। राज्यपाल ने छात्रों से कहा कि हर सपना संकल्प की ओर जाना चाहिए। युवा अगर एक बार अपने विकल्प को संकल्प का रूप दे देंगे, तो उन्हें सफलता से कोई नहीं रोक पाएगा। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 21 वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का होने वाला है। उन्होंने कहा कि हम सब को यह तय करना है कि उत्तराखण्ड को 2025 में हम किस बुलंदी पर ले के जाएँगे। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा देश वासियों को कुछ संकल्प दिए गए हैं, जिनमें भारत को विकसित राष्ट्र बनाने, ग़ुलामी की मानसिकता से निकलने, भारत की विरासत पर गर्व करने के साथ ही एकता अखंडता के संकल्प शामिल हैं। राज्यपाल ने युवाओं से अह्वान करते हुए कहा कि वे इन संकल्पों को अवश्य पूरा करें। राज्यपाल ने कहा कि जब तक किसी व्यक्ति को अच्छी शिक्षा ना मिले तब तक वो अच्छा इंसान भी नहीं बन सकता है। राज्यपाल ने कहा कि छात्र हमेशा अच्छा करने की भावना से आगे बढ़ें। राज्यपाल ने राज्य सरकार की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश के सभी 37 विश्वविद्यालय और 500 कॉलेजों को एक मंच पर लाने के लिए सरकार अच्छा प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि इसका प्रत्यक्ष फ़ायदा तब होगा जब सभी विश्वविद्यालयों की बेस्ट प्रैक्टिस को अपनाया जाए, जिससे शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ेगी। दीक्षांत समारोह के दौरान राज्यपाल ने संस्थान के संस्थापक चांसलर स्व. डॉ एस.जे. चोपड़ा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके साथ जुड़े संस्मरणों को साझा किया। दीक्षांत समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने छात्र छात्राओं को अपनी शुभकामना दी। इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर सुनील राय ने संक्षिप्त प्रस्तुतीकरण दिया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय चेयरमैन शरद मेहरा, प्रति कुलपति डॉ. राम शर्मा समेत विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक व छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
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