युवा न्याय संघर्ष समिति का दून में प्रदर्शन
कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला को पुलिस ने किया गिरफ्तार
देहरादून। अंकिता हत्याकांड मामले में वीआईपी के नाम का खुलासा करने और सीबीआई जांच की मांग को लेकर लोगों का आक्रोश दिखा। 51 दिन से ऋषिकेश में चल रहे आमरण अनशन के बाद आज प्रदर्शनकारी राजभव पहुंचे। युवा न्याय संघर्ष समिति ऋषिकेश के बैनर तले देहरादून पहुंचे आंदोलनकारियों की पुलिस से झड़प हो गई। राजभवन के बाहर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोक दिया। अनशन कर रहे कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला को पुलिस ने गिरफ्तार किया। कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला राज भवन के बाहर अनशन कर रहे थे। अंकिता हत्याकांड मामले में अभी तक न्याय ना मिलने वीआईपी का नाम उजागर ना करने पर ऋषिकेश से कांग्रेस के प्रत्याशी जयेंद्र रमोला पिछले 6 दिनों से साथियों संग आमरण अनशन पर बैठे हुए थे। 15 मिनट बाद ही कैंट पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और थाने ले आई है।
अंकिता भंडारी हत्याकांड के छुपे हुए वीआईपी के नाम का खुलासा करने, अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने और विधानसभा बैकडोर भर्ती घोटाले में दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर विगत 51 दिनों से ऋषिकेश में धरना जारी है। आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उतराखंड सरकार गूंगी और बहरी हो चुकी है। इसलिए मजबूरन जब सरकार 51 दिनों के बाद भी प्रदर्शनकारियों तक नहीं पहुंची तो अब उन्हें ही यह राह चुननी पड़ी। परवादून कांग्रेस देहरादून के पूर्व अध्यक्ष जयेंद्र रमोला युवा न्याय संघर्ष समिति ऋषिकेश के आंदोलनरत साथियों के साथ राजभवन देहरादून के बाहर आमरण अनशन पर बैठे। अंकिता भंडारी हत्याकांड और महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार की घटनाओं के विरोध में कांग्रेस भी प्रदेशव्यापी प्रदर्शन कर रही है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सरकार की ओर से इस मामले में विधानसभा सत्र के दौरान सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने कथित वीवीआईपी के नाम का खुलासा करने की मांग दोहराई है। जिला, महानगर मुख्यालयों में प्रदर्शन के साथ सरकार का पुतला दहन किया गया। कांग्रेस ने कहा कि जल्द ही मांग पूरी नहीं हुई तो कांग्रेस प्रदेशभर में आंदोलन करेगी। पार्टी ने कहा कि उत्तराखंड को सुशासन देने का वादा करने वाली भाजपा सरकार आज कठघरे में है और कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार में महिलाओं पर लगातार अत्याचार की घटनाएं बढ़ती जा रही है। सरकार रसूखदारों को बचाने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन, कांग्रेस महिलाओं के हक के लिए सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी।