देहरादून समेत कई शहरों में भूकंप के तेज झटके
भूकंप की तीव्रता 4.7 मैग्नीट्यूड नापी गई है
देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप आने के बाद लोग अपने-अपने घरों से बाहर आ गए। हालांकि, भूकंप की वजह से कोई नुकसान नहीं हुआ है। भूकंप की तीव्रता 4.7 मैग्नीट्यूड नापी गई है। देहरादून समेत उत्तरकाशी, और टिहरी जिले में रविवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। उत्तरकाशी जिले में आज सुबह 8.33 मिनट पर भूकंप के तेज झटकों से धरती हिल उठी। भूकम्प से चाइना की धरती भी थर्रा उठा। टिहरी और देहरादून जिले में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.5 रही, जिसका केंद्र टिहरी जनपद में रहा। उत्तरकाशी में इससे पहले भी दो तीन माह पूर्व दो बार हल्के तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। लगातार आ रहे भूकंप के झटकों से स्थानीय जनमानस खासा भयभीत है। जिले में चिन्यालीसौड़, पुरोला, बड़कोट, भटवाड़ी आदि जगहों पर भूकंप के झटके महसूस किए गया। भूकम्प लगभग 3 सेकंड रहा, जिससे लोग दहशत के मारे घरों से बाहर निकल गए। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया की भूकंप की तीव्रता हाल ही में आए भूकंप से ज्यादा रही है। झटके देहरादून, मसूरी से लेकर उत्तरकाशी तक महसूस किए गए। जिला मुख्यालय उत्तरकाशी सहित डुंडा भटवाड़ी बड़कोट नौगांव क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रुद्रप्रयाग में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप की तीव्रता 4.7 रिक्टर रही। रविवार सुबह करीब 8.33 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। कहीं से कोई नुकसान की सूचना नहीं है। भूकंप का केंद्र उत्तराखंड के चिन्यालीसौंड से 35 किमी दूर बताया जा रहा है। उत्तरकाशी जनपद की सीमा से सटे जौनसार के पर्यटन स्थल लाखामंडल और बोंदूर खत के ग्रामीण इलाकों में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि भूकंप के हल्के झटके महसूस होने से लोग दहशत में आ गए। हालांकि किसी प्रकार के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। टिहरी जिले में भी तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। डीएम अभिषेक रुहेला ने आपदा प्रबंधन परिचालन केंद्र से सभी तहसीलों से जानमाल के नुकसान की सूचना लेने के निर्देश दिये हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान तक कहीं से जान माल की सूचना प्राप्त नहीं हुई है। सभी तहसीलों से सूचना ली जा रही है। इससे पहले आठ अक्टूबर 2022 को पिथौरागढ़ जिले में मुनस्यारी क्षेत्र में भूकंप आया था। जिसकी तीव्रता 3.9 मेग्नीट्यूड रही और गहराई 10 किमी थी। दो अक्टूबर 2022 को भी उत्तरकाशी में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। जिसकी तीव्रता 2.5 रिक्टर थी। उत्तराखंड भूकंप के अति संवेदनशील जोन पांच में आता है। ऐसे में हिमालयी प्रदेशों में से एक उत्तराखंड में भूकंप के लिहाज से संवेदनशी राज्य है और यहां विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। उत्तराखंड में उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, कुमाऊं के कपकोट, धारचूला, मुनस्यारी भूकंप की दृष्टि से सर्वाधिक संवेदनशील है। उत्तरकाशी जिला भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील है। उत्तरकाशी भूकंप जोन पांच में आता है।