राज्यपाल ने की विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा
राज्यपाल ने विषम मौसमी परिस्थितियों के बावजूद केदारनाथ पुर्ननिर्माण कार्याे में लगे श्रमिकों की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया।
रुद्रप्रयाग/देहरादून 03 अक्टूबर। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने अपने एक दिवसीय जनपद रुद्रप्रयाग भ्रमण के दौरान 11 मराठा लाईट इन्फेन्ट्री के कैम्प सभागार में राजस्व, पुलिस, वन, विकास एवं स्वास्थ्य विभागों की बैठक कर समीक्षा की। राज्यपाल ने श्री केदारनाथ निर्माण कार्यों में लगे श्रमिकों के विषम परिस्थितियों के बावजूद समर्पण व सेवाभाव को देखते हुए उनके लिए आभार व्यक्त किया। राज्यपाल उत्तराखण्ड ने आर्मी कैम्प रुद्रप्रयाग में केदारनाथ यात्रा से सम्बन्धित तैयारियों के साथ-साथ विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा की। राज्यपाल ने विषम मौसमी परिस्थितियों के बावजूद केदारनाथ पुर्ननिर्माण कार्याे में लगे श्रमिकों की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि श्रमिकों की मेहनत से ही निर्मित वास्तुकला युगों व पीढ़ियों तक जीवंत रहती है। बैठक में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने श्री केदारनाथ पुनर्निर्माण सहित यात्रा मार्ग पर चल रहे निर्माण कार्याें को राज्यपाल के समक्ष रखा, जिस पर राज्यपाल ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि केदारनाथ के पुनर्निर्माण कार्याें के पूरा होने पर एक अद्भुत नजारा तीर्थ यात्रियों के सामने होगा। राज्यपाल ने कहा कि यात्रा को सुगम व सुरक्षित बनाने के लिए आधुनिक तकनीक को उपयोग में लाते हुए यात्रा को और अधिक सुखद बनाने का प्रयास निरंतर जारी रखें। उन्होंने जिला प्रशासन को मंदिर परिसर में एक बडे़ आकार की एलईडी स्क्रीन भी लगाने के निर्देश दिए ताकि दर्शन हेतु कतार में खड़े यात्री देश के विभिन्न स्थानों पर स्थापित 12 ज्योतिर्लिंगों की जानकारी एलईडी के माध्यम से कर सकें। उन्होंने कहा कि लगभग 12 हजार फीट की ऊंचाई पर अब तक आए लगभग 15 लाख यात्रियों को नियंत्रित करना आसान काम नहीं है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था में लगे तमाम कार्मिकों का योगदान सराहनीय है।राज्यपाल ने श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य विभाग व स्वामी विवेकानन्द स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों द्वारा दी जा रही सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि केदारनाथ में टेलीमेडिसन व हैली एम्बुलेंस को बढ़ावा देना होगा जिससे यात्रा मार्ग पर अस्वस्थ होने वाले यात्रियों को त्वरित उपचार मिल सके। इस हेतु उन्होंने सीएमओ को एम्स के विषय विशेषज्ञ चिकित्सकों से समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए। राज्यपाल ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि कड़ी मेहनत से अपनी आर्थिकी में व्यापक परिवर्तन करने वाले कम से कम 10 व्यक्तियों की सफलता की कहानियां, वीडियो व फोटोग्राफ सहित प्रसारित करें ताकि विश्व पटल पर उनको एक नई पहचान मिल सके जिसके वे हकदार हैं। बैठक में पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल, प्रभागीय वनाधिकारी रुद्रप्रयाग अभिमन्यु, मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बी.के. शुक्ला उपस्थित थे।