ग्रोथ मॉनीटिरिंग एंव स्क्रनिंग ड्राईव चलाकर कर रहे हैं बच्चों के स्वास्थ्य की जांच
कुपोषण की बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए जागरूकता फैलाने के लिए मीडिया भी विशेष भूमिका निभा रहा है।
देहरादून 24 सितंबर। बाल रोग विशेषज्ञ डा. (मेजर) गौरव मुखीजा एंव मेदांजली हेल्थकेयर व नालंदा हेल्थकेयर के सहयोग से देहरादून के विभिन्न स्कूलों में कुपोषण जैसी बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य के लिये निशुल्क ग्रोथ मॉनीटिरिंग एंव स्क्रनिंग ड्राईव का आयोजन किया जा रहा है। इस श्रृंखला में पॉलीकिडसआईएसबीटी शाखा में आज 75 बच्चों का ग्रोथ मॉनिटरिंग और स्क्रीनिंग ड्राइव में किया गया। डा. (मेजर) गौरव मुखीजा द्वारा जो स्कूली बच्चों को कुपोषण से बचाने की मुहिम एक मील का पत्थर साबित होगा। बाल रोग विशेषज्ञ डा. (मेजर) गौरव मुखीजा द्वारा अब तक विभिन्न स्कूलों में 7 स्कूलों ग्रोथ मॉनिटरिंग और स्क्रीनिंग ड्राइव का आयोजन कर करीब 2700 बच्चों के स्वास्थ्य की जांच कर चुके हैं। ड्राइव के डेटा निष्कर्षों के अनुसार अब तक स्कूलों में 20 प्रतिशत बच्चे कुपोषित, 17 प्रतिशत एनीमिया व 12 प्रतिशत अन्य सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी मिली है। डा. (मेजर) गौरव मुखीजा शिविर के दौरान ओपीडी में बच्चों के माता-पिता को पोषण संबंधी मुद्दों और बीमारियों के लिए मुफ्त परामर्श देने के साथ-साथ उन्हें बेहतर स्वास्थ्य के लिए जागरूक भी कर रहे हैं। स्कूली बच्चों के लिए मुफ्त ग्रोथ मॉनिटरिंग और स्क्रीनिंग ड्राइव का आयोजन करवाने के लिए अध्यक्ष पॉलीकिड्स कैप्टन मुकुल महेंद्रू और समन्वयक श्रीमती दीप्ति सेठी की विशेष रूप से अहम भूमिका है। डा. गौरव मुखिजा ने इस अभियान का हिस्सा बनने के लिए मेदांजली हेल्थकेयर व नालंदा हेल्थकेयर का धन्यवाद करते हुए कहा कि कुपोषण की बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए जागरूकता फैलाने के लिए मीडिया भी विशेष भूमिका निभा रहा है। डा. गौरव मुखीजा का कहना है कि देहरादून में उसी तरह से ड्राईव का आयोजन भविष्य में भी करते रहेंगें। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि अधिक से अधिक स्कूलों में इस तरह के निशुल्क ग्रोथ माँनीटिरिंग ड्राइव आयोजन करते रहेंगे, क्योंकि एक स्वस्थ बच्चा ही देश की उन्नति और तरक्की में अहम भूमिका निभाता है।