भारत की आर्थिकी में किसानों की अहम भूमिका : जोशी
किसानों से आजीविका बढ़ाने के लिए मत्स्य को रोजगार के रूप में अपनाने को कहा।
भीमताल (नैनीताल)। पद्म भूषण डॉ. अनिल प्रकाश जोशी ने कहा कि भारत की आर्थिकी में किसानों की अहम भूमिका है। उन्होंने किसानों से आजीविका बढ़ाने के लिए मत्स्य को रोजगार के रूप में अपनाने को कहा। वह आजादी का अमृत के तहत भीमताल में राष्ट्रीय मत्स्य पालक दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व उन्होंने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।पद्मभूषण डॉ. जोशी ने प्राकृतिक खेती को अपनाने के साथ ही जल, पर्यावरण और भू संरक्षण पर जोर दिया। उन्होंने हिमालयी राज्यों को पॉलीथिन मुक्त करने का भी आह्वान किया। कार्यक्रम में शीतजल मास्त्यिकी अनुसंधान निदेशालय के निदेशक डॉ. प्रमोद पांडेय ने कहा कि 70 फीसदी मत्स्य उत्पादन अंतर्स्थली मात्स्यिकी और 30 प्रतिशत समद्री मात्स्यिकी से होता है। किसान मत्स्य पालन के साथ ही गाय, बकरी, मुर्गी, बतख पालन से अपनी आय दोगुनी कर सकते हैं। पांडे ने किसानों का आह्वान किया कि वह मत्स्य पालन के क्षेत्र में आगे आएं।मणिपुर के प्रगतिशील मत्स्य पालक माइबाम बिरला ने मत्स्य पालन से संबंधित जानकारी देने के साथ एक्वा पोनिक्स तकनीक की जानकारी दी। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने ऑनलाइन मोड पर मत्स्य पालन से जुड़ी जानकारी को साझा किया। मनान के मत्स्य पालक बालम सिंह बजेली, सिक्किम के सुभाष राय, मेघालय के जॉन विल्डर, मणिपुर के रोविंद्रो ने कहा कि मत्स्य पालन से उनकी आजीविका मजबूत हुई है। इस मौके पर चार मत्स्य पालकों को पांच-पांच हजार रुपये का पुरस्कार भी दिया गया। कार्यक्रम में निदेशालय के एक कलेंडर का विमोचन किया गया। इस दौरान डॉ. अमित पांडे, डॉ. एनएन पांडे, डॉ. आरएस पतियाल, डॉ. आदिल, एके जोशी, डॉ. विक्टोरिया आदि मौजूद रहे।