बोर्ड परीक्षार्थी हुए लेट, बसे जाम में फंसी, आटो नहीं मिले
तीर्थनगरी में जाम के चलते बोर्ड परीक्षार्थियों को भविष्य के लिए बड़ा संकट बन रहा है।
ऋषिकेश। तीर्थनगरी में जाम के चलते बोर्ड परीक्षार्थियों को भविष्य के लिए बड़ा संकट बन रहा है। ऋषिकेश में स्कूल बसें घंटो जाम में फंसी है। जबकि हरिद्वार से ऋषिकेश के बीच संचालित होने वाले ऑटो और विक्रम के चालक ज्यादा मुनाफा कमाने के लालच भी बोर्ड परीक्षार्थियों को वाहन में नहीं बैठा रहे हैं। नतीजतन बच्चे परीक्षा केंद्रों तक आधे से 45 मिनट तक लेट पहुंच रहे हैं। बोर्ड परीक्षार्थी समय के आभाव में परीक्षा में पिछड़ने से परिणामों को लेकर टेंशन में हैं।
ऋषिकेश मुख्य मार्ग और बाईपास पर जगह जगह बोर्ड परीक्षार्थी खड़े थे। परीक्षाथी विक्रम और ऑटो के हाथ दे रहे थे। लेकिन कोई भी विक्रम और ऑटो चालक बोर्ड परीक्षार्थियों को वाहन में नहीं बैठा रहे थे। अधिकांश ऑटो हरिद्वार और रायवाला से पूरी तरह यात्रियों से पैके होकर आ रहे थे। अगर किसी ऑटो या विक्रम में एक दो सवारी बैठाने की जगह भी थी तो वह स्कूली बच्चों को नहीं बैठा रहा था। बच्चे किसी तरह से मिन्नत कर ऑटो और विक्रम में बैठ रहे थे। वहीं निजी वाहनों से स्कूल जाने वाले बच्चों के सामने भी जाम की अड़चन थी। ऐसे में कई बच्चे परीक्षा केंद्र में पहुंचने में आधे घंटे से 45 मिनट तक लेट हो गए। हालांकि देरी से पहुंचने वाले बच्चों को परीक्षा केंद्र में पूरा सहयोग किया गया। परीक्षकों ने बच्चों को अतिरिक्त समय भी देने के साथ उनका हौसला भी बढ़ाया।
सभी बोर्ड परीक्षार्थियों को केंद्रों तक पहुंचाने के लिए बसों की व्यवस्था की गई है। यह व्यवस्था सभी बोर्ड परीक्षार्थियों को दी जा रही है। हालांकि जाम के कारण बसे भी लेट हो रही हैं। जूनियर छात्रों को हो रही असुविधा को देखते हुए स्कूल प्रबंधन ने 20 मई अवकाश घोषित करने का निर्णय लिया है। इससे कुछ दबाव कम होगा। श्यामपुर फाटक पर फ्लाईओवर और डायवर्जन की व्यवस्था से ही समस्या हल हो पाएगी।