वैज्ञानिक प्रविधि के माध्यम से ही हम सत्य को जान संकेंगे : प्रो रैड्डी
दृष्टि से विश्वविद्यालय छात्र हितों के लिये सदैव प्रयत्नशील रहता है।
देहरादून। दून विश्वविद्यालय के आन्तरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ एवं स्कूल ऑफ मैनेजमेंट द्वारा उच्च शिक्षण संस्थानों के मूल्यांकन एवं रेंकिग में शोध के महत्व के विषय पर आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए वैनगॉर्ड बिजनेस एजुकेशन सर्विर्सेज पैनिनसिल्वानिया, यूएस के संस्थापक प्रो बायरा रैड्डी ने कहा कि किसी भी उच्च शिक्षण संस्थान की गुणवत्ता एवं रैकिंग उस संस्थान द्वारा संचालित शोध की गुणवत्ता पर मुख्यतः निर्भर करती है। इसलिये शोध की सामाजिक एवं व्यवहारिक पक्ष की स्पष्टता ही उसके प्रयोग एवं सार्वभौमिकता को रेखांकित करती है। प्रो0 रैड्डी ने कहा कि शोध की गुणवत्ता मुख्य रूप से शोध प्रविधि पर आधारित होते हैं। शोधार्थियों को शोध कार्यों के संचालन के दौरान चयनित शोध विधि पर विशेष ध्यान देना होगा क्योंकि वैज्ञानिक प्रविधि के माध्यम से ही हम सत्य को जान संकेंगे। आज विज्ञान के साथ-साथ मानवकीय, सामाजिक विज्ञान, भाषा विज्ञान, लोक परंपरा-साहित्य इत्यादि क्षेत्रों में मौलिक शोध की अपार संभावनाएं हैं और इसलिये विद्यार्थियों को शाध विधि का चयन करने से पूर्व उसकी विषय वस्तु की प्रसागिकता एवं सार्वभौमिकता को समझना होगा। उन्होंने विभिन्न शोध विधियोें पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि उत्कृष्ट एवं मौलिक शोध न सिर्फ शिक्षण संस्थानों को उत्कृष्टता की और ले जाने में सहायक होता है बल्कि समाज व राष्ट्र की उन्नति एवं विकास में भी सहायक होते है।
कार्यक्रम में दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 सुरेखा डंगवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय की कोशिश है कि विद्यार्थियों के उत्कृष्ट शिक्षण एवं शोध का वातावरण मिल सके और इस दृष्टि से विश्वविद्यालय छात्र हितों के लिये सदैव प्रयत्नशील रहता है। हमारी कोशिश है कि देश एवं दुनिया के विद्वानों के साथ हमारे विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को संवाद स्थापित करने के अवसर प्राप्त हों और आज की कार्यशाला इसी दिशा में की गयी पहल है। प्रबन्घशास़्त्र स्कूल के विभागाध्यक्ष प्रो0 एच0सी0पुरोहित ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 प्राची पाठक ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ0 सुधांशु जोशी ने किया। इस अवसर पर डॉ0 संन्ध्या जोशी, डॉ0 जयती नैथानी, डॉ0 प्रभात कुमार, डा0 येशा तोमर, डॉ0 पूजा सिंह नेगी, डॉ0 इन्दु गौतम, डॉ0 अंकिता मन्दोलिया, डॉ0 गजाला खान सहित बड़ी संख्या में विभिन्न विषयों के विद्यार्थी उपस्थित थे।