उत्तराखंड के पहले सीएम, जिन्होंने मां पूर्णागिरि के दरबार में लगाई हाजिरी
यह पहला मौका है जब कोई मुख्यमंत्री मां पूर्णागिरि धाम पहुंचकर माथा टेका।
टनकपुर (चम्पावत) : मां पूर्णागिरि धाम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पत्नी संग पहुंचकर मां के दर्शन कर प्रदेश व देश में सुख समृद्धि की कामना की। यह पहला मौका है जब कोई मुख्यमंत्री मां पूर्णागिरि धाम पहुंचकर माथा टेका। इससे पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने मां पूर्णागिरि के दर्शन किए पर वह उस समय सीएम के पद पर नहीं थे। उन्हें डोली से मुख्य मंदिर तक ले जाया गया था।मां पूर्णागिरि मेले के शुभारंभ पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बतौर विधायक तो कई बार पहुंचे, लेकिन मां पूर्णागिरि मेले का शुभारंभ करने का बतौर मुख्यमंत्री उन्हें यह सौभाग्य अभी नहीं मिल पाया। शनिवार को मां पूर्णागिरि के दर्शन कर उन्होंने जरूर इतिहास रचा है। धामी से पहले स्व. एनडी तिवारी भी पूर्णागिरि दर्शन को पहुंचे थे। पर उस समय वह सीएम के पद पर नहीं थे। वह डोली के सहारे मंदिर तक पहुंचे थे। इससे पूर्व सीएम धामी ने मां पूर्णागिरि मेले की तैयारी को लेकर भी टनकपुर तहसील सभागार में बैठक की थी। मेले की तैयारी बैठक करने वाले भी यह पहले सीएम रहे।शनिवार को उन्होंने पत्नी गीता धामी, विधायक कैलाश गहतोड़ी के साथ मंदिर पहुंच कर मां पूर्णागिरि के दर्शन कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इसके बाद उन्होंने काली मंदिर पहुंचकर मंदिर समिति के कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में समिति की समस्याओं से सुना और उन्हें दूर करने का आश्वासन दिया। इसके बाद वह पैदल भैरव मंदिर पहुंचे।रास्ते में उन्होंने मेले की व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया। इसके बाद वह भैरव मंदिर से ठूलीगाढ़ होते हुए बूम पहुंचे। जहां उन्होंने घाट, पार्किंग आदि व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उचौलीगोठ पहुंचने पर ग्रामीण महिलाओं व लोगों ने उनका स्वागत किया। टनकपुर पहुंचने पर सीएम शारदा घाट, इंजीनियरिंग कॉलेज का निरीक्षण करने के साथ अधिकारियों व जनता के साथ संवाद भी करेंगे। इस दौरान डीएम विनीत तोमर, एसपी देवेंद्र पींचा, एसडीएम हिमांशु कफल्टिया आदि मौजूद रहे।