बूथ अध्यक्षों को सम्मानित करेगी भाजपा : भट्ट
लोकसभा में रही 60विधानसभा में बढ़त जो पिछली 47 सीटों के मुकाबले 13 अधिक
देहरादून। उत्तराखंड में लोकसभा की पांचों सीटों पर भाजपा की जीत के बाद आज भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि हरिद्वार और गढ़वाल में नए प्रत्याशी की वजह से जीत का अंतर कम रहा है। जिन 10 विधानसभाओं में हम हारे हैं उन सीटों की समीक्षा की जाएगी। इसके लिए कमेटी गठित की जाएगी। भट्ट ने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं ने पूरी मेहनत और लगन से काम किया है। 90 प्रतिशत से अधिक वाले बूथ अध्यक्षों को सम्मानित किया जाएगा। साथ ही 70 प्रतिशत से अधिक वोट वाली विधानसभा के विधायक को भी सम्मानित किया जाएगा।
आज प्रातः11.30 बजे बलबीर रोड़ स्थित भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पत्रकार वार्ता करते हुये भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा की भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि यह लोक सभा चुनाव उत्तराखंड के लिहाज से अहम है और चुनाव ऐतिहासिक होने के साथ विकसित भारत के निर्माण एवं श्रेष्ठ उत्तराखण्ड की दिशा में आगे बढ़ने का जनादेश है। उन्होंने अपार समर्थन के लिए भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं एवं देवभूमि के समस्त मतदाताओं का आभार जताया। पत्रकारों से वार्ता करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भाजपा संगठन मातृ शक्ति, युवाओं, बुजुर्गों, सैनिकों एवम पूर्व सैनिकों, किसानों, श्रमिकों, सरकारी एवम गैर सरकारी कर्मचारियों समेत समाज के सभी वर्गों को उनके अमूल्य समर्थन के लिए आभार जताया। भट्ट ने कहा कि यह जनादेश बताता है कि प्रधानमंत्री मोदी एवं भाजपा देश की जनता का दिल जीतने में सफल रहे हैं। 1962 के बाद पहली बार देश में कोई गठबंधन लगातार तीसरी बार जनता का विश्वास जीतने में सफल रहा है। यह जनादेश, देवभूमि की महान जनता द्वारा राज्य की पांचों सीटों पर कमल खिलाने की हैट्रिक लगाने के लिए भी याद किया जाएगा । इसके अलावा यह जातिवादी, तुष्टिकरण वाली और हवा हवाई घोषणाओं की आड़ में सत्ता हथियाने वालों की साजिश के असफल करने के लिए है। वहीं भ्रष्टाचार, परिवारवाद और राष्ट्रविरोधी ताकतों को परास्त करने के लिए है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह जनादेश पीएम मोदी के मार्गदर्शन और सीएम धामी के नेतृत्व में राज्य की डबल इंजन सरकार के कामों पर जनता का आशीर्वाद है। वहीं राज्य के तीव्र गति से विकास मार्ग पर आगे बढ़ने और देवभूमि का स्वरूप बनाए रखने वाले साहसिक निर्णयों के पक्ष में है। जनता ने डबल इंजन सरकार के कार्यों पर जनता की मुहर है वही राज्य में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा लिये कड़े साहसिक निर्णयों एवं प्रदेश के हुए चौमुखी विकास पर जनता ने अपनी मुहर लगाकर आशीर्वाद दिया है। अब तक सामने आए आंकड़े भी हमारे लिए संतोषजनक और उत्साहवृद्धन करने वाले हैं। भट्ट ने कहा कि 2022 में संपन्न हुए अंतिम चुनावों के मुकाबले इस बार के लोकसभा चुनाव में हम कुल 60 विधानसभा में आगे रहे हैं। जो पिछली 47 सीटों के मुकाबले 13 अधिक है। वहीं दो लोकसभा पौड़ी एवं अल्मोड़ा की सभी 14 विधानसभा में हम आगे रहे है। नैनीताल लोकसभा क्षेत्र में मात्र 1 विधानसभा में हम पीछे रहे । टिहरी लोकसभा सीट पर 11 विधानसभा में हमने जीत दर्ज की है । इसमें भी बीजेपी अपनी एक ही सीट को हारी है अन्य दो एक निर्दलीय एवं कांग्रेस की ही रही है । हरिद्वार में भी 2022 के प्रदर्शन को बेहतर करते हुए भाजपा ने 14 में से 8 विधानसभा सीट पर बढ़त बनाई है। कम मतदान के बावजूद, राज्य की 5 लोकसभा सीटों पर इस बार हमे मिली जीत का अंतर 2019 के मुकाबले लगभग बराबर है। इस बार विपक्ष से हमे कुल 11,68,697 मत अधिक मिले हैं, जबकि पिछली बार भी हमे लगभग उतने ही 12,69,770 मत अधिक हासिल हुए थे। 2 लोकसभा सीटों पर हमे विगत चुनाव के लगभग बराबर ही वोटों के अंतर से जीत हासिल हुई है । टिहरी में लगभग 3,00,586 के मुकाबले इस बार, 2,72,493 वोटों के अंतर से हम जीते हैं और नैनीताल में विगत वर्ष के 3,39,996 के मुकाबले इस बार भी 3,34,548 मतों के अंतर से हम जीते हैं। अल्मोड़ा सीट पर तो श्री अजय टम्टा पिछले चुनाव में हासिल 232936 मतों के मुकाबले इस बार 2,44,097 मतों के अंतर से विजयी हुए हैं। मात्र गढ़वाल एवं हरिद्वार लोकसभा में हमारी जीत का अंतर कुछ कम हुआ है लेकिन वह भी दोनों जगह डेढ़ लाख से ऊपर है। जबकि दोनों स्थानों पर हमारे उम्मीदवार नए थे। हमारे सांसदों एवं सरकार के कामों के आधार पर जनता लगातार रिकॉर्ड मतों से उन्हे अपना आशीर्वाद देती आई है। जिसमें टिहरी सांसद महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह ने चौथी बार लगातार जीत दर्ज की है। वही अल्मोड़ा से अजय टम्टा लगातार तीसरी बार एवं नैनीताल से अजय भट्ट दूसरी बार जनता की उम्मीद पर खरे उतरे हैं। भट्ट ने कहा कि कुछ सवाल इस जनादेश को लेकर विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे हैं। हमारा स्पष्ट कहना है कि चुनाव पूर्व लोकसभा में एनडीए गठबंधन की 350 सीटें थी, जिसको देखते हुए ही लक्ष्य को बढ़कर 400 पर रखा गया। बेशक 400 पार नही हो पाया हो, लेकिन लगातार तीसरी बार एनडीए सरकार का आना ऐतिहासिक उपलब्धि है। बीजेपी की अकेले इंडी गढ़बंधन के कुल 234 के मुक़ाबले 240 सीटें मिली हैं 1962 के बाद पहली बार किसी राजनीतिक दल एवं उसके चुनाव पूर्व हुए गठबंधन को स्पष्ट जनादेश मिला है हमारी जीत को कमतर बताने वाले सभी विपक्षी दल मिलकर भी अकेले भाजपा से अधिक सीट लाने में भी असफल रहे हैं। लगातार तीसरी बार पराजित होने वाले स्थानीय कांग्रेस नेता, पड़ोसी राज्यों के नतीजों पर जश्न मना रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हमारा पार्टी विद डिफरेंस है कि विपक्ष अपनी हार से भी सबक नही लेता है और हम जीत की भी समीक्षा करते हैं। इस लोकसभा चुनाव में शानदार जीत के बावजूद, पार्टी विधानसभावार विश्लेषण करेगी ताकि उन 10 शेष हारी हुई सीटों पर भी भविष्य में कमल खिलाया जाए।