अपराधियों के मंसूबो को विफल करती दून पुलिस
लूट की घटना का 12 घंटे के अन्दर खुलासा, 2 शातिर अभियुक्त गिरफ्तार
देहरादून। अपराधियों के मंसूबो को दून पुलिस विफल कर रहीं हैं। विकासनगर क्षेत्रान्तर्गत हुई लूट की घटना का 12 घंटे के अन्दर दून पुलिस ने खुलासा करते हुये घटना को अंजाम देने वाले 02 शातिर अभियुक्तो को गिरफ्तार कर लिया हैं। अभियुक्तों के कब्जे से घटना में लूटी गई धनराशी भी बरामद कर ली गई हैं। विकासनगर कोतवाली पुलिस के अनुसार गिरफ्तार दोनों अभियुक्त नशे के आदि हैं, नशे की पूर्ति के लिये उनहोने लूट की घटना को अंजाम दिया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कुटीराम पुत्र प्रेम सिंह निवासी मेदनीपुर बद्रीपुर तहसील विकासनगर जनपद देहरादून ने कोतवाली विकासनगर पर आकर एक प्रार्थना पत्र दिया कि दोपहर एसबीआई बैंक सहारनपुर रोड विकासनगर से निकाले गये 10 हजार रुपये, जिन्हे उन्होंने कपडे के थैले में रखा था, को बैंक से घर वापस आते समय दो मोटरसाईकिल सवार लडकों ने लूट लिया और मौके से फरार हो गये। जिस पर तत्काल कोतवाली विकासनगर पर धारा 392 भादवि का अभियोग पंजीकृत किया गया। घटना की संवेदशीलता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा तत्काल पुलिस टीम गठित कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी तथा माल बरामदगी हेतु प्रभारी निरीक्षक पटेलनगर को कडे निर्देश दिये गये। गठित टीमों द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण कर आस-पास के लोगों से घटना के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित की गई। साथ ही घटना स्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों का गहनता से अवलोकन करते हुए अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु सुरागरसी-पतारसी करते हुए मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। पुलिस द्वारा किये जा रहे लगातार प्रयासों के परिणाम स्वरूप मुखबिर खास की सूचना पर देर सांय राजपाल नर्सरी के पास पोंटा रोड विकासनगर से घटना में शामिल 02 अभियुक्तों साबिर पुत्र इरफान निवासी वार्ड नं0 09 हसनपुर, थाना सहसपुर, जनपद देहरादून, उम्र 22 वर्ष व आरिफ पुत्र माजिम निवासी वार्ड नं0 09 हसनपुर, थाना सहसपुर, जनपद देहरादून, उम्र 24 वर्ष को घटना में लूटे गये 10हजार रुपये व घटना में प्रयुक्त वाहन संख्या: यूके-16-ए-3915 मोटर साईकिल सहित 12 घंटे के अन्दर गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तगणों को न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेजा गया। पूछताछ में अभियुक्तों द्वारा बताया गया की वे दोनों मजदूरी का कार्य करते है तथा नशे के आदी हैं। मजदूरी के कार्य से गुजारा करना तथा नशे की पूर्ति करना सम्भव नहीं हो पा रहा था, जिस कारण उनके द्वारा अपने नशे की पूर्ति के लिये घटना को अंजाम दिया गया था।