उत्तराखंड समाचार

सरकार के खिलाफ डोईवाला तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन

सरकार के पास किसानों के लिए कोई विजन नहीं : ताजेंद्र सिंह

देहरादून\डोईवाला 16 फरवरी। संयुक्त किसान मोर्चा एवं ट्रेड यूनियन के भारत बन्द के आह्वान पर डोईवाला से संयुक्त किसान मोर्चा ने तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन कर उप जिलाअधिकारी के माध्यम से एमएसपी की गारंटी सहित किसानों अन्य मांगो क़ो लेकर राष्ट्रपति भारत सरकार को भेजा ज्ञापन।

इसी क्रम में आज सुबह 11 बजे संयुक्त किसान मोर्चा डोईवाला से जुड़े सैकड़ो किसान गन्ना समिति के किसान भवन में एकत्रित हुए और संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक ताजेंद्र सिंह एवं अखिल भारतीय किसान सभा के जिला अध्यक्ष दलजीत सिंह के नेतृत्व में मुख्य बाजार से ट्रैक्टर एवं पैदल चलते हुए केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए डोईवाला तहसील मुख्यालय पर पहुंचे और आमसभा में तब्दील हो गए। किसानों को संबोधित करते हुए किसान मोर्चे के संयोजक ताजेंद्र सिंह ने कहा केंद्र की भाजपा सरकार लगातार किसानों के खिलाफ फैसले ले रही है और पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने पर लगी है। उन्होंने कहा कि आंदोलन के दो वर्ष बीतने के बावजूद सरकार अभी तक एमएसपी पर कोई फैसला नहीं ले सकी इससे पता चलता है कि सरकार किसानों के प्रति संवेदनहीन है और विफल हो चुकी है। अखिल भारतीय किसान सभा जिला अध्यक्ष दलजीत सिंह ने कहा है कि आज देश का अन्नदाता अपने हकों की लड़ाई करने के लिए पुनः दिल्ली के बॉर्डर पर जमा हो रहे हैं और केंद्र की सरकार उनके रास्तों पर किले एवं बैरिकेड लगाकर एक षड्यंत्र के तहत उन्हें आंदोलन से रोकना चाहती है जिसकी हम घोर निंदा करते हैं। उन्होंने कहा है कि सरकार के पास किसानों के लिए कोई विजन नहीं है सिर्फ झूठे वादे करके हमेशा किसानों को बहकाती रही है परंतु अब किसान उनके बहकावे में आने वाला नहीं है जिसका जवाब उनक़ो आने वाले चुनाव में दे दिया जाएगा।

किसानों को परवादून कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मोहित उनियाल एवं गौरव चौधरी ने संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस सहित समस्त विपक्ष आज किसानों के हक के लिए उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। उन्होंने कहा कि जब तक देश का किसान खुशहाल नहीं हो सकता तब तक देश की तरक्की संभव नहीं है। उन्होंने केंद्र सरकार से किसानो की एम एस पी सहित अन्य मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार करने के लिए कहा।

किसानों को ट्रेड यूनियन के नेता जगदीश कुकरेती एवं धर्मानंद लाखेड़ा ने भी संबोधित करते हुए कहां है कि सरकार लगातार पूंजीपतियों को बढ़ावा दे रही है और छोटे व्यापारी, किसान एवं मजदूरों का शोषण कर रही है। उन्होंने कहा कि गरीबी एवं बेरोजगारी की दर लगातार बढ़ती जा रही है परंतु केंद्र की भाजपा सरकार धर्म की राजनीति करके जनता की इमोशनल ब्लैकमेलिंग के जरिए जनता के मुख्य मुद्दों से ध्यान हटाकर किसान एवं मजदूर विरोधी फैसले ले रही है जिसका खामियाजा आने वाले समय में देश की जनता को भुगतना पड़ेगा।

किसान यूनियन के नेता हरेंद्र बालियान  एवं रणवीर सिंह चौहान ने कहा है कि अगर समय रहते सरकार नहीं चेती तो सरकार को भारी आंदोलन का सामना करना पड़ेगा तथा किसानों के अलावा सभी मजदूर वर्ग सड़कों पर आने के लिए बाध्य होंगे।

किसानों को कृषक फेडरेशन के अध्यक्ष उमेदबोरा, किसान सभा मंडल अध्यक्ष बलवीर सिंह,मंडल उपाध्यक्ष ज़ाहिद अंजुम, अन्नदाता किसान यूनियन के नेता सुरेंद्र सिंह राणा, समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता फुरकान अहमद कुरेशी, आम आदमी पार्टी के नेता राजू मौर्य केतन, गौरव मल्होत्रा, किसान सभा मंडल सचिव याकूब अली, सागर मनवाल, किसान नेता गुरनाम सिंह एवं करतार नेगी आदि ने भी संबोधित किया।

उप जिलाधिकारी महोदय के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदय को भेजे गए ज्ञापन में किसानों ने मांग की है कि :-

1 केंद्र सरकार स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के अनुरूप C+2 का फार्मूला बनाते हुए किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य  (MSP ) की गारंटी दे।

  1. लखीमपुर खीरी में शहीद हुए किसानों एवं पत्रकार के गुनहगार केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा उर्फ तनी को गिरफ्तार कर जेट भेजा जाए एवं उनक़ो मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए।
  2. आंदोलन में किसानों के ऊपर लगाए गए फर्जी मुकदमे वापस लिए जाए तथा शहीद हुए किसानों के परिवारों को उचित मुआवजा देते हुए परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए।
  3. विद्युत अधिनियम बिल 2022 को निरस्त करते हुए उसे वापस लिया जाए।
  4. देश में बढ़ती बेहताशा महंगाई के चलते किसानों को गन्ने जका मूल्य 500 प्रति कुंतल की दर से दिये जाने की घोषणा की जय।

तहसील मुख्यालय पर उपस्थित किसानों ने दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन में शामिल एक किसान के शहीद होने पर उसे श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए 2 मिनट का मोहन रखा। किसान आंदोलन में मुख्य रूप से अनूप कुमार पाल, सरजीत सिंह, पूरन सिंह, बलबीर सिंह उर्फ विंदा, हरविंदर सिंह गोगी भाई इलियास अली, उस्मान अली, मोहम्मद असलम, सुनील कुमार, गुरप्रीत सिंह, मोहम्मद अफजाल, अकरम,महेंद्र सिंह,जावेद अली, अश्वनी त्यागी,महेंद्र सिंह,रणजीत सिंह, शाहिद सैकड़ो की संख्या में किसान उपस्थित रहे।

 

 

 

 

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