बाल कुपोषण के उन्मूलन के लिए अपनी लड़ाई तेज की
पिछले कुछ वर्षों में कुपोषण सभी भौगोलिक क्षेत्रों में एक मूक महामारी बन गया है
देहरादून। उत्तराखण्ड सहित दुनिया भर में कुपोषण के मुद्दे पर एमवे ध्यान केंद्रित कर रहा है, जिससे हजारों बच्चों को बेहतर और स्वस्थ जीवन जीने में मदद मिल रही है। भारत में एमवे अपने विश्व स्तर पर प्रसिद्ध पोषण कार्यक्रम पॉवर ऑफ 5 के माध्यम से बाल कुपोषण से लड़ रहा है, जिससे छह साल से कम उम्र के बच्चों को स्वस्थ जीवन जीने में मदद मिलती है। पोषण शिक्षा और मध्यवर्तन में अपने प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए कंपनी ने अब एक अभिनव माइक्रोन्यूट्रिएंट सप्लीमेंट न्यूट्रीलाइट लिटिल बिट्स को लॉन्च करने की घोषणा की है जो सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी के कारण होने वाले एनीमिया जैसे रोगों का सामना करने में मदद करने के लिए दैनिक आवश्यक विटामिन और खनिज प्रदान करता है। पिछले कुछ वर्षों में कुपोषण सभी भौगोलिक क्षेत्रों में एक मूक महामारी बन गया है, जो अब वर्तमान स्वास्थ्य संकट के कारण और तीव्र हो गया है। विशेष रूप से छोटे बच्चों में कुपोषण से लड़ने के एमवे के प्रयासों के बारे में बात करते हुए एमवे इंडिया के सीईओ अंशु बुधराजा ने कहा, “हम व्यापार करने के पारंपरिक तरीकों से हटकर चलने में विश्वास करते हैं। इस विचार के अनुरूप और भारत सरकार के राष्ट्रीय पोषण मिशन के साथ सहयोग करते हुए हमने 2018 में एक पोषण शिक्षा कार्यक्रम पॉवर ऑफ 5 की शुरुआत की, जिसके माध्यम से अब तक भारत में 36,000 बच्चों सहित 1,30,000 से अधिक वंचित लोगों को लाभान्वित किया गया है। उन्होंने कहा कि हम अधिक से अधिक बच्चों का सहयोग करने और उनकी मदद करने के अपने प्रयासों को प्रसारित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। 40000 बच्चों को लाभान्वित करने के लिए अपने कार्यक्रम की पहुंच बढ़ाने के अलावा हमारा लक्ष्य पेशेवर पर्यवेक्षण के तहत 10000 बच्चों के बीच लिटिल बिट्स वितरित करना है। परियोजना के तहत पार्टनर एनजीओ के माध्यम से मौजूदा परियोजना स्थानों में कुपोषित बच्चों में न्यूट्रीलाइट लिटिल बिट्स मुफ्त में वितरित किया जाएगा। इस साल एमवे इंडिया की योजना लगभग 10,000 बच्चों को 6 महीने से 1 साल की न्यूनतम अवधि के लिए न्यूट्रीलाइट लिटिल बिट्स वितरित करने की है।