सत्ता में आएंगे तो प्रारंभ करूंगा घस्यारी सम्मान पेंशन : हरीश रावत
उत्तराखंड राज्य के पूर्व सीएम हरीश रावत ने आज फेसबुक पेज पर अपने दिल की बात पोस्ट की हैं।
देहरादून। उत्तराखंड राज्य के पूर्व सीएम हरीश रावत ने आज फेसबुक पेज पर अपने दिल की बात पोस्ट की हैं। उन्होंने फेसबुक पेज पर पोस्ट करते हुये लिखा हैं की आज एक बहुत कठिन चुनाव अभियान के बाद सुबह जब नींद खुली तो मुझे अपनी माँ बहुत याद आई। जब मैं मुख्यमंत्री था, उस समय मैंने अपनी माँ को स्मरण कर, जब भी उसके दर्शन करता था, मुझे लगता था वो मुझसे कुछ कह रही है कि गरीबों के लिए कुछ करो। अब मैं नहीं जानता आगे नियति ने मेरे लिए क्या रास्ता निर्धारित किया है! मगर माँ, घास व लकड़ी लेकर के आने वाली आज भी मेरी बहुत सारी बहनें हैं, मैं तुझे घसियारी सम्मान पेंशन समर्पित करता हूँ, सत्ता में आएंगे, मेरे हाथ में बागडोर रही माँ तो घस्यारी सम्मान पेंशन मैं प्रारंभ करूंगा, चाहे 500 रुपये से ही प्रारंभ करूं।
उत्तराखंड राज्य के पूर्व सीएम हरीश रावत ने फेसबुक पेज पर एक अन्य पोस्ट करते हुये लिखा है की मतदान हो चुका है, चुनावी वादे हवा में अभी भी गुंजायमान हैं। हमने एक विशेष वादा अपने पुलिस के जवानों से किया है, वो वादा है उनकी ग्रेड पे को पुनः पुराने स्तर पर लाने का। पुलिस की सेवाओं विशेष तौर पर उनके ड्यूटी हावर्स व ड्यूटी के दौरान विद्यमान चुनौतियों और उपलब्ध मानवीय सुविधाओं को लेकर किसी अन्य राजकीय सेवा से नहीं की जा सकती है। हमें एक बात समझनी होगी कि पुलिस ने जैसे संगठन को अपनी मांग के लिए सड़कों पर नहीं आना चाहिए। मगर वो न आएं इसके लिए हमें हमेशा सजग रहना होगा और उनकी मांगों को राजनीतिक जोड़-तोड़ से हटकर देखना आवश्यक है। मैं जानता हूं कई बार पुलिसकर्मियों को अपने कर्तव्य को निभाने के लिए व्यक्तिगत और पारिवारिक दायित्वों से मुंह मोड़ कर भी ड्यूटी देनी पड़ती है, ऐसी स्थिति में उनके कार्य की गुणवत्ता बड़े यह दायित्व राज्य का है और राज्य के राजनीतिक नेतृत्व का है। कांग्रेस कार्यकाल में हमने पुलिस विभाग के रिक्त पदों को भरने में हमेशा वरीयता दी और पुलिस भर्ती के रिकॉर्ड से और उनकी प्रमोशन की संख्या के रिकॉर्ड से भी इस बात को देखा व समझा जा सकता है, क्योंकि पुलिस को प्रत्येक परिस्थिति में 24X7 काम करना होता है। इसलिये मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि कांग्रेस सत्ता में आएगी तो हम इनको सामान्य तौर पर कर्मचारी संगठनों की मांगों से अलग हटकर के देखेंगे और इनके संदर्भ में निर्णय भी लीक से हटकर के ही लिया जाएगा। मैं पुलिसकर्मियों के कुटुंबीजनों से भी प्रार्थना चाहूंगा कि नई सरकार बनने जा रही है। हमें पूरी उम्मीद है कि राज्य की जनता कांग्रेस को विश्वास दे रही है। आप हमें समुचित समय दें और हम नहीं चाहते कि आपके द्वारा आवाज उठाए जाने के बाद इस मामले का समाधान निकालें। हम स्वस्पूरित तरीके से इस मामले का समाधान निकालने के लिए वचनबद्ध हैं।