श्रीनगर में हुआ था कल्पना मोहन का जन्म
नेहरू उन्हें अक्सर राष्ट्रपति भवन में नृत्य करने के लिए आमंत्रित करते थे।
देहरादून। कल्पना मोहन का जन्म 18 जुलाई 1946 को श्रीनगर में अर्चना मोहन के रूप में हुआ था। वह पंजाबी और डोगरा वंश की हैं। उनके पिता, अवनी मोहन, एक स्वतंत्रता सेनानी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सक्रिय सदस्य , पंडित जवाहरलाल नेहरू और अन्य शीर्ष कांग्रेस दिग्गजों के करीबी थे। उन्हें कथक में प्रशिक्षित किया गया था और जब भी गणमान्य व्यक्ति राष्ट्रपति भवन में आते थे, तो नेहरू उन्हें अक्सर राष्ट्रपति भवन में नृत्य करने के लिए आमंत्रित करते थे।
कल्पना मोहन (18 जुलाई 1946 – 4 जनवरी 2012), जिनका जन्म नाम अर्चना मोहन था, 1960 के दशक में हिंदी सिनेमा में काम करने वाली एक भारतीय अभिनेत्री थीं। उन्होनें शम्मी कपूर के साथ प्रोफेसर, देव आनंद के साथ तीन देवियां, प्रदीप कुमार के साथ सहेली और फ़िरोज़ ख़ान के साथ तस्वीर और तीसरा कौन में काम किया है।
कल्पना मोहन का जन्म 18 जुलाई 1946 को श्रीनगर में अर्चना मोहन के रूप में हुआ था। वह पंजाबी और डोगरा वंश की हैं। उनके पिता, अवनी मोहन, एक स्वतंत्रता सेनानी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सक्रिय सदस्य , पंडित जवाहरलाल नेहरू और अन्य शीर्ष कांग्रेस दिग्गजों के करीबी थे। वह कथक में प्रशिक्षित थी और जब भी गणमान्य व्यक्ति राष्ट्रपति भवन में आते थे, तो नेहरू उन्हें अक्सर राष्ट्रपति भवन में नृत्य करने के लिए आमंत्रित करते थे।
कल्पना पर अभिनेता बलराज साहनी और उर्दू लेखिका इस्मत चुगताई की नजर पड़ी, जिन्होंने उन्हें मुंबई आने के लिए प्रोत्साहित किया ।
कल्पना की पहली फिल्म ‘प्यार की जीत’ सिनेमाघरों में एक हफ्ते तक चली। उनकी दूसरी फिल्म ‘नॉटी बॉय “(1962) थी।
कल्पना मोहन की तीसरी फिल्म ‘प्रोफेसर’ (1962) में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में कल्पना ने शम्मी कपूर के साथ काम किया था। ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही थी। फिल्म के गाने भी सुपरहिट थे। कल्पना मोहन ने जब फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था तो वो बड़ी-बड़ी हीरोइनों के लिए खतरा बन गई थीं।
कल्पना अच्छी एक्ट्रेस के साथ एक ट्रेंड कथक डांसर भी थीं। इस फिल्म के बाद हर जगह कल्पना चर्चा में आ गई थीं। तभी देव आनंद की भी नजर कल्पना पर पड़ी।
उन्होंने अपनी फिल्म ‘तीन देवियां’ (1965) में उन्हें साइन कर लिया। उस समय की पॉपुलर एक्ट्रेस नंदा और सिमी गरेवाल के साथ कल्पना ने जोड़ी बनाई। इस फिल्म ने भी रिलीज होते ही रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। कल्पना की आंखें बेहद खूबसूरत थीं। हर कोई उनकी आंखों की तारीफ करते नहीं थकता था।
प्रोफेसर’ कल्पना की तीसरी फिल्म थी जो सुपरहिट थी।
शम्मी कपूर के साथ इतनी बड़ी हिट देने के बावजूद जब डायरेक्टर्स ने फिर से शम्मी और कल्पना की जोड़ी बनानी चाही तो शम्मी ने उनके साथ काम करने से मना कर दिया। शम्मी का कहना था कि वो “सनकी” हैं।
कल्पना को अपने 10 साल के करियर में सोलो फिल्में कम ही मिलीं।
कल्पना ने करीब 10 साल तक फिल्मों में काम किया। उनका करियर काफी छोटा रहा लेकिन जब तक वह फिल्मों में रहीं, दूसरी हीरोइनों के लिए खतरा बनी रहीं।
कल्पना ने कई फेमस एक्ट्रेस के साथ ही काम किया।
शम्मी कपूर उस वक्त के पॉपुलर हीरो में से एक थे। उनके कल्पना को सनकी कहने के बाद से हीरो ने उनके साथ