30 मार्च को प्रदेशभर में विधानसभा स्तर पर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन प्रेषित करेगी कांग्रेस
जनैतिक वैमनस्यता की भावना से षड़यंत्र के तहत सदस्यता समाप्त कर दी गई है
देहरादून 28 अगस्त। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के खिलाफ की गई कार्रवाई के विरोध में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के आह्रवान पर 30 मार्च को प्रदेशभर में विधानसभा स्तर पर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन प्रेषित करने का निर्णय लिया है। उक्त जानकारी देते हुए प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत ने बताया कि केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा अलोकतांत्रिक तरीके से कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के खिलाफ षडयंत्र के तहत कार्रवाई कर उनकी संसद सदस्यता समाप्त कर देश के लोकतंत्र की हत्या की गई है जिसकी कांग्रेस पार्टी घोर निन्दा करती है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने लोकतंत्र के सभी मानकों एवं मापदण्डों पर कुठाराघात करते हुए अलोकतांत्रिकता का अपना घिनौना चेहरा सबके सामने लाते हुए कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ सांसद राहुल गांधी जो देश की जनता की आवाज बनकर देश की सबसे बड़ी पंचायत में उनके हितों की रक्षा के लिए, उन्हे जनता ने जो कर्तव्य निर्वहन की जिम्मेदारी दी है, उसके अनुसार सरकार को चेताने का काम कर रहे थे, की राजनैतिक वैमनस्यता की भावना से षड़यंत्र के तहत सदस्यता समाप्त कर दी गई है। यह भाजपा के फासीवादी एवं तानाशाही चरित्र का द्योतक है, जिसे लोकतंत्र में विश्वास रखने वाला कोई भी दल सहन नहीं करेगा। विजय सारस्वत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का सदैव लोकतंत्र एवं लोकशाही में गहरा विश्वास रहा है और आज देश में लोकतंत्र के जितने भी स्तम्भ हैं, उनकी स्थापना में महात्मा गांधी से लेकर राहुल गांधी तक एक लम्बा इतिहास रहा है। चुने हुए प्रतिनिधियों को उनके कर्तव्यों से च्युत करना लोकतंत्र के प्रति अपराध है। असहमति के स्वरों को सुनना एवं स्वीकार करना स्वस्थ लोकतंत्र की पहचान है तथा संसद लोकतंत्र के मूल्यों की रक्षा का सर्वोच्च मंच है। सत्ता प्राप्ति के लिए जनता की संवेदनाओं का शोषण करने का भारतीय जनता पार्टी का लम्बा इतिहास रहा है। इस प्रकार का गिरगिटी चरित्र भारतीय जनता पार्टी की पहचान है और वे जब सत्ता में होते हैं तो उनके स्वयं के लिए अलग नैतिक मूल्य एवं कानून होते हैं। भारतीय जनता पार्टी जब से केन्द्र की सत्ता में बैठी है तब से लेकर आज तक उसका विपक्षी जनप्रतिनिधियों के साथ यही रवैया रहा है। कोई भी विपक्षी जनप्रतिनिधि सरकार से सवाल करे तो उसे केन्द्रीय जांच ऐजेंसियों ईडी, सीबीआई के माध्यम से चुप करा दिया जाता है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी जी जन सरोकारों को लेकर सदन में संघर्ष कर रहे थे। उन्होंने सदैव देश के पिछड़ों, दलितों, किसानों की लडाई लड़ी है। देश की गरीब जनता के धन को अडानी गु्रप को सौंपे जाने पर संसद में कंाग्रेस नेता राहुल गांधी जी द्वारा पूछे गये सवालों एवं अडानी मामले में जेपीसी के गठन की मांग पर चर्चा से बचने के लिए उनकी संसद सदस्यता समाप्त करने का षडयंत्र भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किया है जिसका कंाग्रेस पार्टी पुरजोर विरोध करती है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जी के खिलाफ हुई कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस पार्टी प्रदेशभर में विधानसभा स्तर पर दिनांक 30 मार्च, 2023 को महामहिम राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन प्रेषित करेगी।