जीएमएस मंडल कैन्ट विधानसभा में पण्डित दीन दयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम आयोजित
पण्डित दीन दयाल उपाध्याय ने दी देश को एकात्म मानववाद नामक विचारधारा : सुमित पांडे
देहरादून, 11 फरवरी। कैंट विधायक श्रीमति सविता कपूर ने आज एकात्म मानववाद के प्रणेता, प्रखर विचारक, उत्कृष्ट संगठनकर्ता, सत्यनिष्ठ एवं कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्रोत पण्डित दीन दयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि समर्पण दिवस के अवसर पर प्रेमनगर कांवली मंडल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
वहीं दूसरी तरफ एकात्म मानववाद के प्रणेता, राष्ट्रीय अखंडता के पुरोधा, मार्गदर्शक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्य तिथि समर्पण दिवस के अवसर पर जीएमएस मंडल कैन्ट विधानसभा द्वारा वार्ड 31 कौलागढ़ पंचायत घर मे कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमे कैंट विधायक श्रीमति सविता कपूर ने भाग लिया।
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुये जीएमएस मंडल के मंडल अध्यक्ष सुमित पांडे ने कहा की पण्डित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चिन्तक और संगठनकर्ता थे। वे भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष भी रहे। उन्होंने भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए देश को एकात्म मानववाद नामक विचारधारा दी। वे एक समावेशित विचारधारा के समर्थक थे जो एक मजबूत और सशक्त भारत चाहते थे। राजनीति के अतिरिक्त साहित्य में भी उनकी गहरी अभिरुचि थी। वे एक प्रखर विचारक, उत्कृष्ट संगठनकर्ता तथा एक ऐसे नेता थे जिन्होंने जीवनपर्यंन्त अपनी व्यक्तिगत ईमानदारी व सत्यनिष्ठा को महत्त्व दिया। वे भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष भी रहे। उन्होंने भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए व समाज की अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति के दुख-दर्द की चिंता करते हुए देश को एकात्म मानववाद जैसी प्रगतिशील विचारधारा दी। उन्होंने अपना पूरा जीवन देश और समाज की सेवा और अंतिम व्यक्ति के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया। वे हमेशा मन, वचन और कर्म से लोक कल्याण के लिए काम करते रहे। दीनदयाल जी एक दूरदर्शी व्यक्ति थे, उनका आर्थिक चिंतन आज भी प्रासंगिक और प्रेरणादायक है।
कार्यक्रम में मंडल अध्यक्ष सुमित पांडे, डॉ बबिता सहरोत्रा महानगर उपाध्यक्ष एवं मंडल प्रभारी, श्रीमती समिधा गुरुंग पार्षद, डॉ उदय सिंह पुंडीर पूर्व महानगर उपाध्यक्ष, मंडल पदाधिकारी, पार्षद, शक्तिकेन्द्र सयोजक, बूथ अध्यक्ष एवं समस्त कौलागढ़ क्षेत्रवासी उपस्तिथ रहे।