राज्यपाल ने किया एनसीसी कैडेट्स को सम्मानित
राज्यपाल ने कहा कि एनसीसी भारतीय सशस्त्र बलों का चौथा स्तंभ है।
देहरादून 02 फरवरी। राज्यपाल लेफ़्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने गुरुवार को राजभवन ऑडिटोरियम में एनसीसी निदेशालय उत्तराखण्ड द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में राज्यपाल ने इस वर्ष गणतन्त्र दिवस परेड में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने और विशेष सम्मान प्राप्त करने वाले एनसीसी कैडेट्स को सम्मानित किया। कार्यक्रम में एनसीसी कैडेट्स ने पाइप बैंड और सांस्कृतिक नृत्य के ज़रिए मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी। राज्यपाल ने एनसीसी कैडेट्स को उनकी विभिन्न उपलब्धियों हेतु बधाई देते हुए भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी। राज्यपाल ने कहा कि एनसीसी भारतीय सशस्त्र बलों का चौथा स्तंभ है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश के चालीस हज़ार से ज़्यादा कैडेट्स में से मात्र 116 कैडेट्स का गणतंत्र दिवस के लिए चयन होना अपने आप में बड़ी उपलब्धि है। राज्यपाल ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से गणतंत्र दिवस की परेड के लिए जो मेहनत सभी ने की है, उसे आगे भी बरकरार रखने की ज़रूरत है। राज्यपाल ने कहा कि एनसीसी में सिखाये जाने वाले एकता और अनुशासन के मूल मंत्र को जीवन के अंतिम पग तक अपनाना चाहिए। उन्होंने कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि आप सब भविष्य के नेतृत्वकर्ता हैं और अमृतकाल में नए भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की ज़िम्मेदारी युवाओं के कंधों पर है। उन्होंने कहा कि एनसीसी कैडेट्स देश को एक नई ऊंचाई पर ले जाएं, उत्तराखण्ड और भारत को आत्मनिर्भर और विकसित बनाएं। उन्होंने कहा कि कैडेट्स युवा भारत का नेतृत्व करते हुए डिजिटल क्रांति, स्टार्ट-अप क्रांति, इनोवेशन क्रांति में सहभागी बनते हुए उत्तराखण्ड का नाम रौशन करें। राज्यपाल ने कैडेट्स से स्पेस टेक्नोलॉजी, साइबर, एनीमेशन, गेमिंग सेक्टर, ड्रोन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक लीडर के रूप में सहभागी बनने की अपेक्षा की। कार्यक्रम में एनसीसी निदेशालय के अधिकारियों द्वारा कैडेट्स के चयन प्रक्रिया से लेकर गणतंत्र दिवस कार्यक्रम तक की सभी गतिविधियों से राज्यपाल को अवगत कराया गया। इस दौरान राज्यपाल ने सभी कैडेट्स से मुलाकात कर उनके अनुभवों के बारे में जानकारी ली। कार्यक्रम में प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, एडीजी उत्तराखण्ड एनसीसी निदेशालय मेजर जरनल पी.एस.दहिया, कंटीजेंट कमांडर आरडीसी 2023 लेफ़्टिनेंट कर्नल दीपेन्द्र सिंह समेत एनसीसी के अधिकारी-कर्मचारी एवं कैडेट्स मौजूद रहे।