राज्यपाल ने किया “हिस्ट्री ऑफ मोरावियन“ का विमोचन
जब बुनियादी सुविधाओं से बच्चों को शिक्षा की बेहद जरूरत थी।
देहरादून 16 जनवरी। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने सोमवार को राजपुर रोड़ स्थित मोरावियन संस्थान की हीरक जयंती (डायमंड जुबली) समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के अवसर पर उन्होंने स्कूल की स्मारिका “हिस्ट्री ऑफ मोरावियन“ का विमोचन किया। इसके साथ ही स्कूल के अध्यापकों और छात्रों को भी सम्मानित किया। उन्होंने छात्रों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि संस्थान द्वारा राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और मनोवैज्ञानिक कारणों से जरूरतमंद बच्चों के साथ-साथ उच्च हिमालयी क्षेत्रों के बच्चों की लिए शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस समय में इस स्कूल का निर्माण किया गया है जब बुनियादी सुविधाओं से बच्चों को शिक्षा की बेहद जरूरत थी। उन्होंने कहा कि शिक्षा किसी भी व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण होती है। शिक्षित व्यक्ति से ही शिक्षित समाज का निर्माण होता है। उन्होंने कहा कि मोरावियन द्वारा शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को उच्च आदर्श, नैतिक मूल्यों और व्यक्तित्व निर्माण के क्षेत्र में भी प्रयास किये जा रहे हैं। राज्यपाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें असीमित सपने देखने चाहिए और अपने कठोर परिश्रम से उन्हें प्राप्त करने का प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि छात्र अभी से अपने अन्दर नेतृत्व की भावना पैदा करें। और अपने प्रयासों से राष्ट्र व समाज के निमार्ण में योगदान दें। राज्यपाल ने कहा कि तकनीकी के इस दौर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्पेस, साईबर, क्वांटम आदि विषयों की ओर रूचि लें और उन्हें अपने जीवन में उतारें, इन्हीं सब विषयों पर भविष्य टिका है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ग्रहण कर उससे समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास करें। राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा कभी खत्म नहीं होने वाली सतत प्रक्रिया है हमें हमेशा जीवन में कुछ न कुछ अवश्य सीखना चाहिए। इस अवसर पर छात्रों द्वारा कई कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये गये। कार्यक्रम में मोरावियन संस्थान के पदाधिकारी और स्कूल के छात्र-छात्राएं, अध्यापकगण उपस्थित रहे।