उत्तराखण्ड का गौरव शांतिकुंज स्काउट गाइड
18वीं राष्ट्रीय जम्बूरी में शांतिकुंज को मिला प्रथम स्थान
हरिद्वार 11 जनवरी। भारत स्काउट गाइड की इकाई उत्तराखण्ड में एक अलग जनपद के रूप में मान्यता प्राप्त शांतिकुंज स्काउट गाइड ने राजस्थान के पाली में 4 से 10 जनवरी को हुए 18वीं राष्ट्रीय जम्बूरी में राज्य का प्रतिनिधित्व किया। गौरतबल है कि जब से शांतिकुंज स्काउट गाइड इकाई को उत्तराखण्ड में अलग जनपद के रूम में मान्यता मिली है, तब से शांतिकुंज स्काउट गाइड उत्तरोत्तर प्रगति कर रहा है। राष्ट्रीय जम्बूरी के इतिहास में यह पहला मौका है कि उत्तराखण्ड का नाम रोशन करते हुए शांतिकुंज स्काउट गाइड इकाई को बैण्ड में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। राष्ट्रीय जम्बूरी का शुभारंभ महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति में हुआ था जबकि समापन राष्ट्रीय जम्बूरी के वरिष्ठ प्रतिनिधियों एवं राजस्थान सरकार के गणमान्यों की मौजूदगी में हुआ। शांतिकुंज जनपद के कंटीजन लीडर श्री मंगल सिंह गढ़वाल ने बताया कि हमें 18वीं राष्ट्रीय जम्बूरी में उत्तराखण्ड का प्रतिनिधित्व करने का सौभाग्य मिला। हमारी टीम ने महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू की प्रज्ञा बैण्ड की सुमधुर ध्वनि के साथ अगुवानी की। इसके पश्चात विभिन्न साहसिक एवं बौद्धिक प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय जम्बूरी में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुखद्वय श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या, श्रद्धेया शैलदीदी, व्यवस्थापक श्री महेन्द्र शर्मा सहित देसंविवि व गायत्री विद्यापीठ परिवार ने बधाई दी।