धीरेंद्र प्रताप ने बहादराबाद थाने में भैंसों को बांधने को जायज ठहराया
हाल के जिला पंचायत चुनाव में लोकतंत्र की लूट हुई है
थाने में जिला पंचायत चुनाव में की गई धांधली के विरुद्ध संघर्षरत कांग्रेस कार्यकर्ताओं और किसानों द्वारा अपनी भैंसों को पुलिस थाने मैं बांधे जाने को जायज ठहराया है। धीरेंद्र प्रताप ने कहा है कि जब किसान धरने प्रदर्शनों में सारा समय लगा देंगे तो उनकी भैंस का दूध कौन निकालेगा और इसलिए भैंसों को थाने में ले जाया जाना पूरी तरह से जायज है। धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि भाजपा के राज में जिस तरह से प्रतिपक्षी पार्टियों के नेताओं को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है वह पूरी तरह से अन्यायपूर्ण है और लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने कहा कि हाल के जिला पंचायत चुनाव में लोकतंत्र की लूट हुई है और धनबल और सत्ता के दम पर लोकतंत्र का अपहरण कर लिया गया है। ऐसे में स्थानीय विधायकों अनुपमा रावत, ममता राकेश का सड़क पर आना लोकतंत्र को बचाने की कवायद है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को चाहिए कि जिला पंचायत चुनाव की जांच कराये और जहां-जहां भी निर्वाचन में गड़बड़ियां की गई है वहां पर दोबारा चुनाव करवाए जाने चाहिए। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरुद्ध झूठे मुकदमे वापस लिए जाने की भी मांग की और इस मामले में भाजपा की सरकार और पार्टी की मिलीभगत को देखते हुए राज्य के गवर्नर से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की।