शारदीय नवरात्रि में अष्टमी तिथि का विशेष महत्व
3 अक्टूबर दिन सोमवार को पड़ रही महाअष्टमी : डॉक्टर आचार्य सुशांत राज
देहरादून। डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने जानकारी देते हुये बताया की शारदीय नवरात्रि में अष्टमी तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन महागौरी की पूजा होती है। कई जगहों पर लोग अष्टमी तिथि पर ही कन्या पूजन करते हैं। इस बार महाअष्टमी 3 अक्टूबर दिन सोमवार को पड़ रही है। आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि रविवार, 2 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 47 मिनट से लेकर अगले दिन सोमवार, 03 अक्टूबर को शाम 04 बजकर 37 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि के कारण अष्टमी का व्रत 3 अक्टूबर को ही रखा जाएगा।
अष्टमी तिथि पर कन्या पूजन ना करने वाले लोग नवमी को यह परंपरा निभाते हें। इस दिन मां सिद्धिदात्री का पूजन होता है। इस बार अश्विन शुक्ल की नवमी तिथि सोमवार, 03 अक्टूबर को शाम 04 बजकर 37 से लेकर मंगलवार, 04 अक्टूबर को दोपहर 02 बजकर 20 मिनट तक रहेगी। उदिया तिथि के कारण नवमी का पूजन 04 अक्टूबर को दोपहर 02 बजकर 20 मिनट तक रहेगी. उदिया तिथि के कारण नवमी का पूजन 04 अक्टूबर को ही किया जाएगा। शारदीय नवरात्रि पर नवमी के दिन यानी 04 अक्टूबर 2022 को दोपहर 02 बजकर 20 के बाद नौ दिन तक चलने वाले नवरात्रि व्रत का पारण किया जा सकता है।