उत्तराखंड समाचार

आपदा प्रबंधन तंत्र ने दिया अपनी प्रभावी कार्यप्रणाली का परिचय

उत्तराखण्ड राज्य में आपदा प्रबंधन तंत्र ने अपनी प्रभावी कार्यप्रणाली का परिचय दिया है।

देहरादून। उत्तराखण्ड राज्य में आपदा प्रबंधन तंत्र ने अपनी प्रभावी कार्यप्रणाली का परिचय दिया है। एसडीआरएफ ने विगत 24 घंटे में रेस्क्यू कार्य किये हैं। नीलकंठ में एक व्यक्ति के घायल होने पर टीम द्वारा उक्त व्यक्ति को प्राथमिक उपचार देने के उपरान्त मेडिकल टीम के सुपुर्द किया गया। एसडीआरएफ टीम द्वारा गुल्लर व शिवपुरी के बीच एक बाइक सवार कावड़िये के दुर्घटनाग्रस्त होने पर मौके पर पहुँचकर उक्त कावड़िये को प्राथमिक उपचार दिया व चिकित्सा केंद्र पहुंचाया। कपकोट, सरयू नदी में एक महिला के बहने की घटना पर टीम द्वारा स्थानीय पुलिस व फॉयर सर्विस के साथ मिलकर सर्चिंग ऑपरेशन चलाया गया, सचिंग रिपोर्ट शून्य रही। तोताघाटी, देवप्रयाग में एक ट्रक के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना में रेस्क्यू टीम द्वारा बचाव अभियान चलाते हुए 01 जीवित व्यक्ति को बाहर निकालकर अस्पताल भिजवाया व एक अन्य का शव बरामद कर सिविल पुलिस के सुपर्द किया गया। सिंचाई विभाग के अंतर्गत 22 स्थानों पर नदियों एवं वर्षा गेज की निगरानी की जा रही है। 16 स्थानों पर बॉध लेबल व डिस्चार्ज पर नजर रखी जा रही है, इसके अतिरिक्त सिंचाई एवं राजस्व विभाग द्वारा 113 बाढ़ चौकियों के माध्यम से बाढ़ की निगरानी भी की जा रही है। विभाग द्वारा केन्द्रीय बाढ़ नियन्त्रण कक्ष की स्थापना की गयी है जो सिंचाई खण्ड देहरादून के कार्यालय परिसर में परिचालित किया जा रहा है। विगत दिनों में जाखन नदी पर निर्मित कृत्रिम झील का मुख सिंचाई विभाग एवं पी०एम०जी०एस०वाई० के संयुक्त प्रयासों से खोल दिया गया है जिससे नदी का प्रवाह सामान्य हो गया है। झील के आस-पास पड़े मलवे का निस्तारण पी०एम०जी०एस०वाई०. खण्ड टिहरी द्वारा किया जा रहा है। वर्षाकाल को देखते हुए सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। ऊर्जा विभाग के अंतर्गत राज्य के अधिकतर जनपदों में विद्युत आपूर्ति सुचारू रूप से चल रही है। जिला पिथौरागढ़ क्षेत्र धारचूला के अंतर्गत भारी वर्षा के कारण कुछ ग्राम जैसे सोनगांव, काफलीगैर, चमलेखु में विद्युत व्यवस्था बाधित चल रही है, विद्युत व्यवस्था सुचारू करने हेतु कार्य गतिमान है। इसके अतिरिक्त सभी जनपदों में विद्युत आपूर्ति सुचारू है। वर्तमान तक राज्य में कुल 93 ग्रामों में विद्युत बाधित थी। जिसमें से 79 ग्रामों की विद्युत आपूर्ति पूर्ण रूप से सुचारू कर दी गई है। शेष 14 ग्रामों में विद्युत आपूर्ति सुचारू हेतु कार्य किया जा रहा है।

 

 

 

 

 

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