कांवड़ यात्रियों की परीक्षा ले रहा पल-पल बदलता मौसम
कांवड़ यात्री डिहाइड्रेशन और वायरल बुखार के शिकार हो रहे हैं।
रुड़की: हरिद्वार से गंगाजल भरकर ला रहे कांवड़ यात्रियों की सूर्य और इंद्रदेव परीक्षा ले रहे हैं। प्रतिदिन बदलता मौसम का मिजाज कां
श्रावण माह में इस बार शुरुआत में मौसम काफी गर्म रहा। दिन निकलते ही चिलचिलाती धूप परेशान कर रही थी। धूप में कुछ समय के लिए भी खड़ा होना मुश्किल हो रहा था। वहीं अचानक वर्षा भी हो रही है। इससे उमस काफी बढ़ गई है। हालांकि बुधवार को झमाझम वर्षा और आसमान में बादल छाने से कुछ राहत जरूर मिली। हालांकि बदलते मौसम के कारण कई कांवड़ यात्री डिहाइड्रेशन और वायरल बुखार के शिकार हो रहे हैं। बुधवार को भी चार कांवड़ यात्रियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। सभी कांवड़ यात्री डिहाइड्रेशन के शिकार थे। अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है। सिविल अस्पताल रुड़की के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. संजय कंसल ने बताया कि सिविल अस्पताल में जो कांवड़ यात्री उपचार को आ रहे हैं, उनमें अधिकांश कांवड़ यात्री डिहाइड्रेशन के शिकार हुए हैं। बुधवार को पांच कांवड़ यात्रियों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। इनमें एक कांवड़ यात्री दुर्घटना में घायल हुआ था, जबकि चार कांवड़ यात्री को डायरिया हुआ है। इससे उनके शरीर में पानी की कमी हो गई है, उनका उपचार किया जा रहा है। फिलहाल उनकी हालत खतरे से बाहर है। वहीं भीगने के चलते बुखार की आशंका भी बनी हुई है। उन्होंने कांवड़ यात्रियों से भरपूर मात्रा में तरल पदार्थ और ग्लूकोज आदि लेने की सलाह दी। साथ ही वर्षा होने पर भीगने से बचने को भी कहा।
वड़ यात्रियों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रहा है। ऐसे में कांवड़ यात्री डिहाइड्रेशन और वायरल बुखार के शिकार हो रहे हैं।