आईएएस रामविलास यादव के तीन ठिकानों पर विजिलेंस ने मारा छापा
छापेमारी की पुष्टि एसपी विजिलेंस धीरेंद्र गुंज्याल ने की है।
देहरादून। आय से अधिक संपत्ति के मामले में घिरे आइएएस रामविलास यादव पर विजिलेंस ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पूछताछ के लिए बार-बार बुलाने के बावजूद भी आइएएस रामविलास यादव विजिलेंस के समक्ष पेश नहीं हुए थे, जिसके चलते आज तड़के ही रामविलास यादव के लखनऊ और देहरादून ठिकानों पर विजिलेंस एक साथ छापेमारी की। छापेमारी की पुष्टि एसपी विजिलेंस धीरेंद्र गुंज्याल ने की है। देहरादून में डीएसपी अनुषा के नेतृत्व में मामले में कार्रवाई चल रही है। वहीं लखनऊ में यादव के घर एएसपी रेनू लोहनी की टीम पहुंची है। जबकि गोरखपुर में विजिलेंस के डीएसपी अनिल मनराल कार्रवाई कर रहे हैं। गत 19 अप्रैल को आईएएस रामविलास के खिलाफ विजिलेंस ने मुकदमा दर्ज किया था। आईएएस रामविलास पर लखनऊ और देहरादून में आय से अधिक संपत्ति बनाने का मामले था। यादव लखनऊ विकास प्राधिकरण के सचिव रह चुके हैं। उत्तर प्रदेश की सपा सरकार में कई कद्दावर नेताओं के करीबी रह चुके आईएएस रामविलास यादव उत्तराखंड में समाज कल्याण विभाग के अपर सचिव थे। उन पर कई घोटालों के आरोप भी लग चुके हैं।
उन पर आय से 500 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। आईएएस रामविलास यादव 30 जून को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। आइएएस रामविलास यादव 2019 में यूपी से उत्तराखंड आए थे। यहां शासन ने नौ जनवरी 2019 को उनके खिलाफ विजिलेंस में खुली जांच के आदेश दिए थे।