लिब्बरहेड़ी चीनी मिल ने की रेकार्ड तोड़ गन्ने की पेराई
चीनी मिल ने इस बार पिछले साल की तुलना में 10 लाख क्विटल गन्ने की अधिक पेराई की है।
लिब्बरहेड़ी चीनी मिल ने की रेकार्ड तोड़ गन्ने की पेराई
रुड़की : लिब्बरहेड़ी चीनी मिल ने अपना पेराई सत्र समाप्त कर दिया है। चीनी मिल ने इस बार पिछले साल की तुलना में 10 लाख क्विटल गन्ने की अधिक पेराई की है। मिल प्रबंधन ने कहा कि जल्द ही किसानों के अवशेष भुगतान को भी कर दिया जाएगा।
लिब्बरहेड़ी चीनी मिल में सोमवार की रात तक गन्ने की पेराई की गई। मंगलवार की सुबह विधिवत ढंग से चीनी मिल के पेराई सत्र को समाप्त कर दिया गया। चीनी मिल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष लोकेन्द्र सिंह लांबा ने बताया कि इस बार चीनी मिल ने 82.77 लाख क्विटल गन्ने की पेराई की है। जबकि पिछले साल चीनी मिल ने 72.86 लाख क्विटल गन्ने की पेराई की थी। उन्होंने कहा कि इस बार का पेराई सत्र सराहनीय रहा है। किसान, विभाग एवं मिल प्रबंधन ने बेहतर ढंग से पेराई सत्र को संचालित किया है। उन्होंने कहा कि इस समय फसल में चोटी बेधक कीट के लगने की आशंका है। इसलिए सभी किसानों को चाहिए कि वह कीटनाशक का छिड़काव करते हुए फसल को कीटों से बचाने का काम करें। वहीं चीनी मिल के महाप्रबंधक गन्ना अनिल कुमार सिंह ने बताया कि किसान इस समय पेड़ी प्रबंधन पर भी ध्यान दें। इसके अलावा निराई गुड़ाई के साथ ही कीट प्रबंधन को भी देखे। उन्होंने बताया कि चीनी मिल की ओर से जल्द ही किसानों के गन्ने का भुगतान भी कर दिया जाएगा। बताते चले कि इकबालपुर चीनी मिल अप्रैल में बंद हो चुकी है, जबकि लक्सर चीनी मिल का पेराई सत्र अभी जारी है।