किसानों के समर्थन में आगे आने लगी खापें
एमएसपी कानून और कर्ज माफी समेत 12 मांगों को लेकर किसानों का दिल्ली कूच
देहरादून। एमएसपी कानून और कर्ज माफी समेत 12 मांगों को लेकर दिल्ली कूच पर निकले पंजाब के किसानों के समर्थन में अब हरियाणा के किसान संगठन और खापें भी आने लगी हैं। हिसार-हांसी, फतेहाबाद से किसानों के जत्थे पंजाब के किसानों का साथ देने के लिए शंभू और दातासिंह वाला बॉर्डर पर पहुंचने लगे हैं। जींद की कंडेला खाप ने भी किसानों की मांग का समर्थन करते हुए सरकार से किसानों से बात करने की अपील की है। फतेहाबाद के रतिया-टोहाना और जाखल में पंजाब की सीमा पर पूरी तरह से शांति है। लेकिन फतेहाबाद में गांव अयाल्की में रंगोई नाले के पास हरियाणा किसान धरने पर बैठे हुए हैं। ये किसान दिल्ली कूच पर अड़े हैं। इनका कहना है कि आसपास के किसानों जुटने के बाद दिल्ली के लिए रवाना होंगे। दूसरी तरफ प्रशासन ने इन किसानों को रोकने के लिए रतिया-फतेहाबाद मार्ग को गांव अयालकी के पास तोड़ दिया और खाई खोद दी। इसके अलावा यहां पर सड़क पर काला तेल व ग्रीस डाल दी गई है।
कैथल में भाकियू के धन्ना भगत गुट ने भी आंदोलन में शामिल होने का निर्णय लिया है। इस गुट के किसान नेताओं ने जिले के कई गांवों में पहुंचकर किसानों से दातासिंह वाला बॉर्डर पर पहुंचने का आह्वान किया है। जींद में सर्वजातीय खाप के राष्ट्रीय संयोजक व भारतीय किसान मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी टेकराम कंडेला ने कहा है कि केंद्र सरकार किसानों की एमएसपी का सभी फसलों पर कानूनी दर्जा दिया जाए और कृषि के लिए स्वामीनाथन की रिपोर्ट को पूरी तरह से लागू किया जाए। किसानों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए सभी के कर्ज माफ किए जाएं। कंडेला ने किसान आंदोलन पर बोलते हुए कहा है कि किसानों को शांतिपूर्ण आंदोलन करने से रोका जा रहा है। लोकतंत्र में आंदोलन करने का सबको अधिकार है। कंडेला ने कहा है कि अगर किसानों के साथ किसी प्रकार का कोई अन्याय होता है तो सर्वखाप व किसान संगठन किसानों के साथ है। इस बारे में सभी को एकजुट करने के लिए संपर्क किया जा रहा है। कंडेला ने किसान नेताओं व सरकार से बातचीत के तरीके से इन मांगों पर पूरी तरह से विचार करना चाहिए ताकि आंदोलन शांति तरीके से चले। खाप पंचायतें हर आंदोलन में शांति चाहती है के शांतिपूर्वक तरीके से करने के पक्ष में रही है।