रामनगर में स्थापित की जायगी सार्वजनिक लाइब्रेरी : हरीश रावत
सुशील कुमार निरंजन, रामलाल विद्यार्थी जिन्होंने सबसे पहले हाथी को अपना चुनाव चिन्ह बनाया
देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री व चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने आज अपने फेसबुक एकाउंट के माध्यम से कहा की मेरी राजनीतिक व सामाजिक सोच में तीन लोगों का बड़ा भारी योगदान है, सुशील कुमार निरंजन, रामलाल विद्यार्थी जिन्होंने सबसे पहले हाथी को अपना चुनाव चिन्ह बनाया था और जो भूमिहीनों के नेता थे और स्वर्गीय राधे लाल, राधेलाल चर्मकार थे, रामलाल जी शिल्पकार थे, मगर भूमिहीनों के नेता थे और सुशील कुमार निरंजन एक दलित एक्टिविस्ट के साथ-साथ सामाजिक कार्यकर्ता थे। मैं चाहूंगा कभी मेरे हाथ में बात रही तो रामनगर जो सुशील कुमार निरंजन का कार्यक्षेत्र था उस कार्य क्षेत्र में मैं, सुशील कुमार निरंजन के नाम पर एक सार्वजनिक लाइब्रेरी/वाचनालय स्थापित करूंगा। यदि कभी मेरे हाथ में बात आई तो मैं स्वर्गीय रामलाल जी के नाम पर एक ऐसी वसासत जहां भूमिहीन आकर के बसे हों, उस वसासत का नामकरण रामलाल करना चाहूंगा। राम और श्याम, दोनों के नाम पर मतलब श्यामलाल के नाम पर भी और राम का उद्बोधन भी हो, राम श्याम चर्मकार सम्मान पेंशन भी प्रारंभ करना चाहूंगा, चाहे वह 500 रुपये की राशि हो।