सैन्य अधिकारियों को उच्च स्तरीय प्रबंधन कौशलों में पारंगत होना आवश्यक : राज्यपाल
राज्यपाल ने कहा कि अब राज्य में बेटियों को भी सैनिक सेवाओं हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है।
देहरादून, 17 फरवरी। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने सिकंदराबाद तेलंगाना, स्थित कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट पहुंचकर संस्थान मे प्रशिक्षण ले रहे रक्षा सेवा के अधिकारियों को संबोधित किया। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट, भारतीय सशस्त्र सेनाओं के अधिकारियों में उच्च प्रबंधन कौशल तथा नेतृत्व क्षमता विकसित करने की अहम जिम्मेदारी निभा रहा है। उन्होंने कहा कि सैन्य अधिकारियों को उच्च स्तरीय प्रबंधन कौशलों में पारंगत होना आवश्यक है। उनमें प्रभावी निर्णय क्षमता होनी भी जरूरी है। सैन्य अधिकारी नेचुरल लीडर हैं। उनमें स्वाभाविक नेतृत्व क्षमता है। उन्हें सेवानिवृत्ति के बाद भी राष्ट्र निर्माण और समाज की सेवा में रचनात्मक योगदान देना है। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि यह गौरव का विषय है कि वर्तमान में सैन्यभूमि उत्तराखंड उनकी कर्मभूमि है। प्राकृतिक सौंदर्य में समृद्ध, वन तथा जल संपदा से भरपूर तथा ईमानदार, परिश्रमी व उच्च कोटि के मानव संसाधन वाले उत्तराखंड राज्य की देश और दुनिया में अपनी अलग पहचान है। राज्य के हर परिवार से एक व्यक्ति देश की रक्षा में तैनात है। यह देश ही नहीं विश्व के लिए एक उदाहरण है कि किस प्रकार उत्तराखंड में सैन्य परंपराएं पीढ़ी दर पीढ़ी विरासत में चलती है। राज्यपाल ने कहा कि अब राज्य में बेटियों को भी सैनिक सेवाओं हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है। आशा है कि भविष्य में देश की रक्षा सेवा में उत्तराखंड की अधिक से अधिक बेटियां भी योगदान देंगी।