चिलचिलाती धूप में खेल रहें बच्चों के लिए जब पुलिस वाले अंकल बन गए “ड्रिंक्समैन”
आज दिन की तेज धूप में पुलिस मैदान गोपेश्वर में अंडर 14 बच्चों का फुटबाल मैच चल रहा था,
चमोली। चिलचिलाती धूप में खेल रहें बच्चों के उत्साहवर्धन के लिए जब पुलिस वाले अंकल बन गए “ड्रिंक्समैन”। जिस प्रकार से आज कल बच्चें केवल मोबाइल तक सिमट कर रह गये हैं वो आने वाली पीढी के लिये बेहद ही नुकसान दायक साबित होगा ऐसे समय मे आउटडोर गेम्स खेलकर बच्चों द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। आज दिन की तेज धूप में पुलिस मैदान गोपेश्वर में अंडर 14 बच्चों का फुटबाल मैच चल रहा था, ये देख वहां से गुजर रहे प्रभारी निरीक्षक गोपेश्वर राजेन्द्र रौतेला व एसओजी प्रभारी चमोली नवनीत भंडारी ने चिलचिलाती धूप में बच्चों के इस जज्बे के कायल हो गए व बच्चों के उत्साहवर्धन के लिए तत्काल जूस की व्यवस्था की। बच्चों द्वारा जूस प्राप्त कर पुलिस वाले अंकल को धन्यवाद किया गया। पुलिस अधिकारियों द्वारा बच्चों को कहा कि अधिक से अधिक खेलना चाहिए जिससे कि आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा तथा खेल कूद मे भी आजकल भविष्य बनाने का एक अच्छा सुनहरा मौका है। मैदान पर खेले जाने वाले खेलों से हमारे शरीर का व्यायाम भी होता है तथा हमारा शारीरिक व मानसिक विकास भी होता है खासतौर से टीम गेम खेलने से हमारे अंदर एक खास तरह की सोच भी जन्म लेती है वो ये कि यदि एक खिलाडी ने खेल मे अच्छा नही किया तो दूसरा उसकी भरपाई अपने अच्छे प्रदर्शन से करता है ये होती है परस्पर प्यार व अपनेपन की भावना जो कि आदर्श समाज की दृष्टि से बहुत विशेष स्थान रखती है कि यदि हमारा कोई साथी जीवन मे कभी सफल ना हो पाये तो दूसरा मित्र या साथी जो अच्छा कर रहा है उसका सहयोग करे तथा आपस मे प्यार व सहयोग की भावना बनी रहे। आज के मैच में उपविजेता रहे बच्चों का भी हौंसला बढाते हुये कहा कि पीछे रहना या पिछडना कोई समस्या नही होती ये एक संकेत होता है कि हमे अभी और मेहनत करनी है जिससे कि हम भी सफल हो पाये। पीछे रहने वाले को जीवन मे सीखने का एक मौका अतिरिक्त भी मिलता है।