पलटन बाजार में सर्वे करने पहुंची जीएसटी की टीम
जीएसटी नंबर नहीं लिखने पर लगाया जाएगा 10 हजार रुपये तक जुर्माना
देहरादून। पलटन बाजार में दोपहर को उस वक्त व्यापारियों में हड़कंप मच गया, जब जीएसटी की टीम दल-बल के साथ सर्वे करने पहुंची। शुरुआत में टीम का विरोध हुआ, लेकिन ज्वाइंट कमिश्नर राकेश वर्मा के मौके पर पहुंचने बाद विरोध करने वाले बैकफुट पर आ गए। ज्वाइंट कमिश्नर ने चेतावनी दी कि दुकान के बाहर बोर्ड पर जीएसटी नंबर नहीं लिखने पर 10 हजार रुपये तक जुर्माना लगाया जाएगा। तीन दिन बाद फिर टीम निरीक्षण करेगी। राज्य कर विभाग की टीम दोपहर 12 बजे पलटन बाजार पहुंची। पुलिस और पीआरडी के जवान भी टीम के साथ थे। दुकानों के बाहर बोर्ड पर जीएसटी नंबर लिखने और ग्राहकों को बिल देने को लेकर व्यापारियों को निर्देशित किया गया। इसपर व्यापारी एकत्र हो गए और विरोध करने लगे। विरोध की सूचना पर खुद ज्वाइंट कमिश्नर राकेश वर्मा मौके पर पहुंचे। वर्मा ने कहा कि जो भी दुकानदार जीएसटी के दायरे में आते हैं, उन्हें बाहर जीएसटीएन डिस्प्ले करना होगा। जो समाधान योजना का लाभ ले रहे हैं, उन्हें बोर्ड पर ‘समाधान योजना से आच्छादित लिखना होगा। जीएसटी नंबर लिखा होने से अधिकारी बाहर से मोबाइल पर ही रिटर्न दाखिल से लेकर अन्य डिटेल जांच सकता है। ग्राहक का भरोसा भी बढ़ता है। राज्य कर विभाग की टीमें बाजारों में अभियान चलाकर जागरूक कर रही है। ज्वाइंट कमिश्नर ने इसके बाद घंटाघर से पलटन बाजार, सर्राफा मार्केट, आढ़त बाजार होते हुए लक्खीबाग पुलिस चौकी करीब डेढ़ किमी पैदल बाजार का पैदल निरीक्षण किया। आधे से ज्यादा दुकानों में जीएसटीए नहीं लिखा होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने बताया कि बाजार की वीडियोग्राफी कराई गई है। तीन दिन बाद फिर चेक किया जाएगा कि निर्देशों का कितना पालन किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि पांच साल बाद टीम बाजार में आई है। ऐसे नौबत न आए, इसलिए करदाता ईमानदारी के साथ नियमों का पालन करना सुनिश्चित करें। टीम में डिप्टी कमिशनर अवधेश पांडेय, सौरभ तिवारी व अजय बिरथरे, असिस्टेंट कमिश्नर शशिकांत दूबे, पुष्पेन्द्र चौधरी व कृष्ण कांत पांडेय, राज्य कर अधिकारी अंजू, अलिशा बिष्ट और यतिश सेमवाल आदि शामिल थे।