आम लोगों के सहयोग से ड्रग्स के चलन पर लगेगा अंकुशः डीजीपी
जनसंवाद कार्यक्रम में साइबर अपराध और ट्रैफिक समस्या पर भी चर्चा हुई।
हल्द्वानी। पुलिस के जनसंवाद कार्यक्रम में रविवार को डीजीपी अशोक कुमार ने ड्रग्स के बढ़ रहे चलन पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए आम लोगों को भी आगे आना होगा। यह काम आमजन के सहयोग के बिना नहीं होगा। जनसंवाद कार्यक्रम में साइबर अपराध और ट्रैफिक समस्या पर भी चर्चा हुई। जनसंवाद में डीआईजी नीलेश आनंद भरणे और एसएसपी पंकज भट्ट ने भी लोगों के सवालों के जवाब दिए।नहर कवरिंग रोड स्थित एक बैंक्वेट हॉल में डीजीपी ने लोगों से सीधा संवाद किया। डीजीपी ने कहा कि पुलिस अब ईएफआईआर प्रणाली लेकर आई है। इससे ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज की जा सकेगी। कहा कि एक महीने में यह व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि नशा पूरे राज्य की समस्या बन रहा है। साइबर अपराध की घटनाएं भी बढ़ रहीं हैं।जनसंवाद में रेनू डोभाल ने जब डीजीपी को बताया कि उसके साथ एक लड़के ने 30000 रुपयों की ऑनलाइन ठगी की है तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि साइबर अपराधियों को पकड़ना काफी मुश्किल काम है। पुलिस तो अपना काम कर रही है, साथ ही उन्होंने जनता से अपील की कि वह साइबर अपराधियों के चंगुल में आने से बचें।डीजीपी ने कहा कि राज्य में वाहनों की बढ़ रही संख्या जाम का मुख्य कारण है। मेयर जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला ने कहा कि मौजूदा पुलिस व्यवस्था ने मित्र पुलिस की धारणा को साकार किया है। डीजीपी ने ड्रग्स के बढ़ रहे चलन पर चिंता जताई। कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए आम लोगों को भी आगे आना होगा। यह काम आमजन के सहयोग के बिना नहीं होगा।विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि एसएसपी पंकज भट्ट के नेतृत्व में जिला पुलिस बेहतर तरीके से काम कर रही है। इसका उदाहरण पिछले दिनों देखने को मिला जब शहर में घटित हुई घटना का जल्द और ईमानदारी के साथ पर्दाफाश किया गया जबकि इस घटना को कुछ लोग सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे थे। कहा कि नशे को रोकने के लिए एंटी ड्रग्स स्क्वायड बनाए जाने की जरूरत है। डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने भी डीजीपी की कार्यशैली की सराहना की।