नगर निगम के नए क्षेत्रों के लिए बनेगी नई एसटीपी, लोगों को मिलेगी राहत
पुराने क्षेत्र के लिए एसटीपी निर्माणाधीन है।
हल्द्वानी : नगर निगम के नव सम्मिलित क्षेत्रों को सीवरेज लाइन से जोडऩे के लिए गौला रोखड़ में 28 एमएलडी का एक ओर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) तैयार किया जाएगा। पुराने क्षेत्र के लिए एसटीपी निर्माणाधीन है। अधिक जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्र एसटीपी से जुड़ेंगे जबकि, कम आबादी वाले क्षेत्रों को पिट आधारित सेप्टेज मैनेजमेंट से जोड़ा जाएगा।मेयर डा. जोगेंद्र रौतेला की अध्यक्षता में टाटा कंसलटेंसी के विशेषज्ञों की मौजूदगी में हुई बैठक में पेयजल निगम के अधिशासी अभियंता ने यह सुझाव दिया। उत्तराखंड अर्बन सेक्टर डेवलेपमेंट यूनिट (यूयूएसडीए) की ओर से प्रस्तावित कार्यों के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने सुझाव दिए।लोनिवि के अधिशासी अभियंता अशोक कुमार ने शहर के बढ़ते यातायात को व्यवस्थित करने के लिए मुख्य सड़कों को चौड़ा करने का सुझाव दिया। सड़कों व चौराहों का कुमाउंनी शैली में सुंदरीकरण किया जाएगा। पानी व आप्टिकल फाइबर केबल केबल डालने के लिए सड़क बार-बार खोदने की जरूरत न पड़े इसके लिए मुख्य सड़कों में यूटिलिटी डक्ट का निर्माण होगा।सड़क के दोनों तरफ मोटे पाइप डालकर यूटिलिटी डक्ट बनाया जाता है। टाटा कंसलटेंसी के इंजीनियर इसकी डीपीआर तैयार करेंगे। जलभराव की समस्या से निपटने के लिए सिंचाई विभाग की ओर से बनाई जा रही डीपीआर अंतिम चरण में है। बैठक में टाटा कंसलटेंसी के राजीव कुमार, सिंचाई के ईई केएस बिष्ट, परियोजना क्रियान्वयन इकाई के एई यतेंद्र सिंह, अर्बन विशेषज्ञ चंद्र सिंह, नगर निगम के एई नवन नौटियाल, डा. युद्धवीर सिंह, सौरभ सिंह आदि शामिल रहे।शहर के नव सम्मिलित व छूट इलाकों को पेयजल मुहैया कराने के लिए अतिरिक्त टैंक बनाए जाएंगे। प्रस्तावित जमरानी बांध से पानी की आपूर्ति होगी। इस मामले में चार जून को संबंधित विभागों की समन्वय बैठक होगी।शहर को व्यवस्थित बनाने के लिए बस स्टेशन, जीबी पंत पुस्तकाल, तहसील परिसर व एसडीएम कार्यालय में बहुमंजिला भवन का निर्माण कर एक माडल तैयार करने का सुझाव दिया गया। भू-सतह पर बस स्टैंड को मल्टी स्टोरी बनाने का सुझाव आया। इससे बस स्टैंड के साथ पार्किंग की समस्या से भी निजात मिलेगी।तहसील परिसर के बहुमंजिला भवन में टाउनहाल, सरकारी विभागों के लिए कार्यालय स्थापित किए जा सकेंगे। मेयर ने इसके लिए प्राथमिकता से फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए।