भारतीय सेना की टुकड़ी भारत-ओमान संयुक्त सैन्य अभ्यास अल नजाह के लिए रवाना
अभ्यास अल नजाह 2015 से भारत और ओमान के बीच बारी-बारी से द्विवार्षिक रूप से आयोजित किया जाता है।
देहरादून, 13 सितंबर। भारत-ओमान संयुक्त सैन्य अभ्यास अल नजाह के 5वें संस्करण के लिए भारतीय सेना की टुकड़ी आज रवाना हो गई। यह अभ्यास 26 सितंबर तक ओमान के सलालाह में रबकूट प्रशिक्षण क्षेत्र में आयोजित होने वाला है। अभ्यास अल नजाह 2015 से भारत और ओमान के बीच बारी-बारी से द्विवार्षिक रूप से आयोजित किया जाता है। इसी अभ्यास का अंतिम संस्करण राजस्थान के महाजन में आयोजित किया गया था। 60 कर्मियों वाली भारतीय सेना की टुकड़ी का प्रतिनिधित्व अन्य हथियारों और सेवाओं के कर्मियों के साथ मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री रेजिमेंट की एक बटालियन द्वारा किया जा रहा है। ओमान की शाही सेना की टुकड़ी में भी 60 कर्मी शामिल हैं, जिसका प्रतिनिधित्व फ्रंटियर फोर्स के सैनिकों द्वारा किया जाएगा। संयुक्त अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VII के तहत आतंकवाद विरोधी अभियान चलाने के लिए दोनों पक्षों की संयुक्त सैन्य क्षमता को बढ़ाना है। यह अभ्यास रेगिस्तानी वातावरण में संचालन पर केंद्रित होगा। अभ्यास के दौरान किए जाने वाले सामरिक अभ्यासों में संयुक्त योजना, घेरा और खोज अभियान, निर्मित क्षेत्र में लड़ाई, मोबाइल वाहन चेक पोस्ट की स्थापना, काउंटर ड्रोन और रूम इंटरवेंशन सहित अन्य शामिल हैं। वास्तविक दुनिया के आतंकवाद विरोधी अभियानों का अनुकरण करने वाले संयुक्त क्षेत्र प्रशिक्षण अभ्यास की भी योजना बनाई गई है। अभ्यास अल नजाह V दोनों पक्षों को संयुक्त अभियानों के लिए रणनीति, तकनीकों और प्रक्रियाओं में सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करने की अनुमति देगा। यह दोनों सेनाओं के बीच अंतरसंचालनीयता, सद्भावना और सौहार्द को बढ़ावा देगा। इसके अतिरिक्त, संयुक्त अभ्यास रक्षा सहयोग को मजबूत करेगा और दोनों मित्र देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ाएगा।