बसपा और भाजपा के कार्यकर्ताओं में चल गए लाठी डंडे, मौके पर फोर्स तैनात
मंगलौर सीट पर मतदान के दौरान आठ से दस राउंड हवाई फायर
देहरादून। मंगलौर विधानसभा सीट के लिब्बरहेडी के बूथ नंबर 53-54 नंबर पर बसपा और भाजपा के कार्यकर्ताओं में लाठी डंडे चल गए हैं। जिसमें कुछ कार्यकर्ता घायल हो गए। भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा जिसके बाद पुलिस ने सभी को खदेड़ा। मंगलौर सीट पर मतदान के दौरान आठ से दस राउंड हवाई फायर हुई। मामले में एसपी ग्रामीण रुड़की, हरिद्वार स्वपन किशोर का कहना है कि असामाजिक तत्वों द्वारा हमला किए जाने की बात के बारे में जानकारी एकत्रित की जा रही है। फिलहाल स्थिति सामान्य है और शांतिपूर्वक तरीके से चुनाव हो रहा है। उत्तराखंड की दो विधानसभा सीटों पर आज उपचुनाव हो रहे हैं। मंगलौर सीट पर बसपा विधायक के निधन के बाद से यह सीट खाली चल रही थी। जबकि बदरीनाथ सीट पर लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। कांग्रेस पार्टी ने मंगलौर सीट पर अनुभवी और बदरीनाथ सीट पर नए चेहरे पर दांव लगाया है। दोनों ही प्रत्याशी लंबे समय से कांग्रेस पार्टी से जुड़े हैं। मंगलौर सीट से काजी मोहम्मद निजामुद्दीन और बदरीनाथ सीट से प्रत्याशी लखपत बुटोला पर दांव लगाया है। बसपा की ओर से दिवंगत विधायक सरवत करीम अंसारी के पुत्र उबेदुर्रहमान को को ही टिकट दिया गया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी शीशपाल ने उपचुनाव में मंगलोर सीट पर बसपा की जीत का भी दावा किया है। मंगलौर विस सीट बसपा का गढ़ रही है। राज्य गठन के बाद हुए पांच विधानसभा चुनाव में इस सीट पर चार बार बसपा ने जीत हासिल की, जबकि एक बार कांग्रेस को जीत मिली। मंगलौर विधानसभा में अब तक पांच चुनाव हुए हैं, जिनमें से चार बार बसपा प्रत्याशी को जीत मिली है। 2002 के पहले चुनाव में 21,155 वोट के साथ बसपा के काजी निजामुद्दीन ने जीत दर्ज की और कांग्रेस के सरवत करीम यहां 14,561 वोट हासिल कर पाए। 2007 के चुनाव में बसपा से निजामुद्दीन फिर 25,559 मत हासिल करके विजेता रहे, जबकि रालोद के चौधरी कुलवीर सिंह 22,166 के साथ दूसरे और कांग्रेस के सरवत करीम 18,629 वोटों के साथ तीसरे पायदान पर रहे। 2012 के चुनाव में बसपा ने सरवत करीम को उतारा। उन्होंने 24,706 वोटों के साथ जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस से काजी निजामुद्दीन ने 24,008 वोट हासिल किए। 2017 के चुनाव में कांग्रेस से काजी निजामुद्दीन 31,352 वोटों के साथ विजेता रहे, जबकि बसपा के सरवत करीम ने 28,684 वोट हासिल किए। 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा के सरवत करीम 32,660 वोटों के साथ विजयी रहे, जबकि कांग्रेस के काजी निजामुद्दीन को 32,062 वोट मिले। हार जीत का अंतर 598 वोटो का रहा।
आज सुबह 8:00 से दोनों विधानसभा सीटों पर मतदान शुरू हो गया है। बद्रीनाथ विधानसभा में 208 मतदेय स्थलों पर मॉक पोल हो गया है। पोखरी के श्रीगढ और जोशीमठ के भर्की बूथ में मोक पोल चल रहा है। सुबह 8:00 बजे बदरीनाथ विधानसभा सीट में ब्लाक परिसर बूथ में मशीन खराब होने से मतदान शुरू नहीं हो पाया। भारी सुरक्षा बल के बीच मंगलौर में चुनाव कराया जा रहा है। सुबह से ही लोगों की भीड़ लगी है। बुजुर्ग मतदाता मतदान करने के बाद वोट का निशान दिखाकर खुशी जाहिर कर रहे हैं। मंगलौर विधानसभा सीट के लिब्बरहेडी के बूथ नंबर 53-54 नंबर पर बसपा और भाजपा के कार्यकर्ताओं में लाठी डंडे चल गए हैं। जिसमें कुछ कार्यकर्ता घायल हो गए। भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा जिसके बाद पुलिस ने सभी को खदेड़ा। बूथ पर तैनात रुड़की सिविल लाइंस प्रभारी निरीक्षक आरके सकलानी का कहना है कि वह लिब्बरहेडी बूथ पर मौजूद हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं में लाठी-डंडे चले हैं जिसमें कुछ लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। मौके पर फोर्स तैनात की गई है। मंगलौर विधानसभा सीट के लिब्बरहेडी के बूथ पर मारपीट और पथराव के बाद अब मतदान शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हो पाया है। मामले की सूचना मिलते ही हरिद्वार प्रशासन यहां मौके पर पहुंचा।
पोखरी ब्राह्मण थाला में अपने गांव के पोलिंग बूथ पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और राज्य सभा सांसद महेन्द्र प्रसाद भट्ट ने मतदान किया। मंगलौर विधानसभा उप निर्वाचन में अपराह्न 01 बजे तक 44.10 % मतदान हुआ है। वहीं बदरीनाथ विधानसभा में 34.50 प्रतिशत मतदान हुआ है। मंगलौर फायरिंग प्रकरण में जिला प्रशासन हरिद्वार ने बताया कि मंगलौर उपचुनाव के दौरान मतदेय स्थल पर फायरिंग की सूचना पूर्णरूप से तथ्यहीन है। मंगलौर में किसान इंटर कॉलेज मुंडलाना में लोगों ने धीमी गति से मतदान का आरोप लगाया। लोगों का कहना था कि वह सुबह नाै बजे से लाइन में लगे हैं, लेकिन ढाई बजे तक भी उनका नंबर नहीं आया। जिसके बाद यहां हंगामा हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस को लाठियां फटकारनी पड़ी। यहां पहले काॅलेज के गेट के अंदर लाइन लग रही थी। इसके बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए लोगों को बाहर खड़ा किया। वहीं, हंगामे की आशंका को लेकर यहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।