पुलिस उपाधीक्षक गुप्तकाशी ने किया केदारनाथ धाम में पुलिस व्यवस्थाओं का निरीक्षण
केदारनाथ धाम पहुंचे कतिपय श्रद्धालुओं के साथ संवाद स्थापित किया गया।
रूद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम में पुलिस व्यवस्थाओं का पुलिस उपाधीक्षक गुप्तकाशी ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ड्यूटी में लगे पुलिस, एसडीआरएफ, पीएसी, होमगार्ड, पीआरडी जवानों को ब्रीफ किया।
वर्तमान समय में प्रचलित केदारनाथ धाम यात्रा अपने चरम पर है, अत्यधिक संख्या में श्रद्धालुओं का आवागमन हो रहा है। अब तक 8,54,901 श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ धाम के सकुशल दर्शन कर लिये गये हैं। धाम पहुंच रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यव्स्थाओं में लगे पुलिस बल की ड्यूटियों का केदारनाथ धाम यात्रा सुरक्षा व्यवस्थाओं के नोडल अधिकारी पुलिस उपाधीक्षक गुप्तकाशी श्री विमल रावत ने निरीक्षण किया गया। उनके द्वारा केदारनाथ धाम पहुंचने के पैदल मार्ग सहित घोड़ा पड़ाव की ड्यूटियों का निरीक्षण कर कर्तव्य निर्वहन कर रहे कार्मिकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। इस दौरान केदारनाथ धाम पहुंचे कतिपय श्रद्धालुओं के साथ संवाद स्थापित किया गया। उनसे प्रचलित यात्रा में अनुभव जाने गये। घोड़ा-खच्चर बुकिंग काउंटर से सम्बन्धित कार्य सम्पादित कर रहे कार्मिकों व घोड़ा-खच्चर संचालकों से भी वार्ता की गयी।
तदोपरान्त उनके द्वारा केदारनाथ धाम में तैनात पुलिस बल, एसडीआरएफर पीएसी, होमगार्ड व पीआरडी जवानों को ब्रीफ किया गया। समस्त पुलिस बल द्वारा किये जा रहे कार्य की सराहना करते हुए उनके मनोबल को बढ़ाया गया। उन्होंने पुलिस बल को निर्देश दिये की वर्तमान समय में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है, उनको सही ढंग से पंक्तिबद्ध कर सुगम दर्शन कराये जायें। श्रद्धालुओं की मदद हेतु चलाये जा रहे “ऑपरेशन मुस्कान” में हरेक कार्मिक द्वारा अब तक अच्छा कार्य किया जा रहा है, इसे आगे भी निरन्तर बनाये रखने के निर्देश दिये गये।खोया-पाया केन्द्र से सम्बन्धित ड्यूटियों को मानवीय एवं संवेदनशील तरीके से सम्पादित किये जाने के निर्देश दिये गये। केदारनाथ धाम क्षेत्र में नशीले पदार्थों का सेवन करने वाले, गन्दगी फैलाने वालों व धाम की पवित्रता बिगाड़ने वालों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। श्रद्धालुओं से अभद्र व्यवहार की शिकायतों को गम्भीरता से लिये जाने के निर्देश दिये गये। यहाँ के बदलते मौसम के दृष्टिगत स्वयं को सुरक्षित रखते हुये श्रद्धालुओं को भी जागरुक करने के निर्देश दिये गये। ग्लेशियर प्वाइन्ट पर निरन्तर पहले की भांति पूर्ण सजगता के साथ आपसी समन्वय स्थापित कर ड्यूटी करने के निर्देश दिये गये।