पुलिस महानिरीक्षक ने दिये होली त्यौहार के सकुशल सम्पन्न कराने के निर्देश
साथ ही संवेदनशील स्थलों पर जनपदों में उपलब्ध बी0डी0एस एवं श्वान दलों के माध्यमों से भी चैकिंग करा ली जाये।
देहरादून 2 मार्च। पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र करन सिंह नगन्याल द्वारा परिक्षेत्र के समस्त जनपद प्रभारियों को होली के त्यौहार को सकुशल सम्पन्न कराने हेतु निर्देश निर्गत किये गये। परिक्षेत्र के समस्त जनपद प्रभारियों को निर्देशित किया गय कि आगामी होलिका दहन पर्व के दृष्टिगत जनपद के सभी थानों पर उपलब्ध त्यौहार रजिस्टर का सम्बन्धित थाना प्रभारियों द्वारा भली भांति अवलोकन कर लिया जाए एवं पूर्व वर्ष की भांति इस पर्व पर विगत में हुई घटनाओं की समीक्षा कर तत्काल आवश्यक विधिक निरोधात्मक कार्यवाही कर ली जाये। समस्त जनपद प्रभारियों को अपने-अपने जनपदों के अपर पुलिस अधीक्षक, नगर, ग्रामीण, क्षेत्राधिकारीगण थानाध्यक्षों, चौकी प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत सम्भ्रान्त व्यक्तियों, समितियों एवं स्थानीय सामाजिक संस्थाओं से जुडे समाज सेवियों के साथ तत्काल बैठक कर ली जाए साथ ही होली जैसे महत्वपूर्ण त्यौहार को शान्तिपूर्वक सम्पन्न कराने की अपील भी की जाए। उक्त पर्व दिवस पर होलिका दहन किये जाने वाले स्थानों की समय से सूची तैयार कर ली जाये तथा यह सुनिश्चित कर लिया जाये कि होलिका दहन के समय को लेकर कहीं कोई विवाद तो नहीं है। यदि कोई विवाद परिलक्षित होता है तो समय से उक्त विवाद के समाधान हेतु सम्बन्धित क्षेत्राधिकारी/थानाध्यक्ष सम्बन्धित उप जिलाधिकारी से संपर्क कर आवश्यक पुलिस कार्यवाही करा लें। साथ ही होलिका दहन के स्थान पर समय से पुलिस प्रबन्ध करा लिया जाये। होलिका दहन एवं होलिकात्सव से पूर्व मिश्रित आबादी वाले स्थानों, धार्मिक स्थलों तथा भीडभाड वाले क्षेत्रों जैसे (रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड/टैक्सी स्टैण्ड, होटल/धर्मशालाओं, शॉपिंग मॉल) आदि में प्रभावी चैकिंग कराते हुए सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाय। शरारती तत्वों एवं हुड़दंगियों की संदिग्ध गतिविधियों पर सर्तक दृष्टि रखने हेतु दिन एवं रात्रि में गश्त/मोबाईल पार्टिया नियुक्त करें। साथ ही संवेदनशील स्थलों पर जनपदों में उपलब्ध बी0डी0एस एवं श्वान दलों के माध्यमों से भी चैकिंग करा ली जाये। सभी जनपद प्रभारी अपने-अपने जनपदों में उपरोक्तानुसार समुचित कार्यवाही अभी से सुनिश्चित कराते हुए होलिका पर्व को शान्तिपूर्वक एवं सकुशल सम्पन्न करायें। इसके अतिरिक्त यह भी सुनिश्चित किया जाये कि कहीं कोई भी अप्रिय घटना घटित न होने पाये तथा साम्प्रदायिक एवं जातिगत सौहार्द अक्षुण्ण बना रहे।