उत्तराखंड बचाओ आंदोलन के तहत 9 अक्टूबर को दिल्ली के जंतर मंतर पर दिया जाएगा धरना
उत्तराखंड सरकार की गैरजिम्मेदार हरकतों के खिलाफ जंतर मंतर पर दिया जाएगा धरना
देहरादून 04 अक्टूबर। उत्तराखंड बचाओ आंदोलन के तहत उत्तराखंड के बुद्धिजीवी एवं समाज सेवकों के द्वारा नई दिल्ली के गढ़वाल भवन में बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता समाजसेवी जगदीश भट्ट ने की। इस बैठक में उत्तराखंड के वर्तमान हालातों पर चर्चा किया गया एवं उत्तराखंड के बेटी अंकिता भंडारी की हत्या एवं उत्तराखंड सरकार की गैरजिम्मेदार हरकतों के खिलाफ एकजुट होकर उत्तराखंड के लोग आगामी 9 अक्टूबर को दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना देंगे का निर्णय लिया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जगदीश भट्ट ने कहा कि यह हमारे लिए बहुत ही निंदनीय है कि हमारी एक बेटी की हत्या कर दी जाती है और सरकार दोषियों को सजा देने के बजाय जांच पर जांच के आदेश दिए जा रहे हैं। इसके अलावा उत्तराखंड के अंदर अनंत ऐसे घोटाले हैं जो नेताओं और मंत्रियों के इर्द-गिर्द घूम रहे हैं परंतु सरकार के कानों पर जू तक नहीं रेंगती। उन्होंने कहा हम सभी समाज सेवक मिलकर उत्तराखंड को एक नया विकल्प दे सकते हैं एवं यह पहला विकल्प होगा जहां पर उत्तराखंड के लोग सामाजिक राजनीतिक संगठन के साथ मिलकर जन आंदोलन के तहत उत्तराखंड का नव निर्माण करेंगे। जो एक सुरक्षित, बेहतर और समृद्ध उत्तराखंड के पथ पर अग्रसर होगा। जगदीश भट्ट ने उत्तराखंड बचाओ आंदोलन को समर्थन दे रहे लोगों से कहा की वे 9 अक्टूबर को प्रातः 11ः00 बजे से लेकर शाम 4ः00 बजे तक जंतर मंतर पर मौजूद रहे। बैठक में विजय डोभाल, जगदीश सिंह बोरा एडवोकेट, डॉ. तिलोमनी भट्ट, दीप पांडे, रवींद्र सिंह रावत एवं भगवान सिंह मौजूद रहे।